उनका कहना है कि भाजपा और वजीर-ए-आजम की जनता और देश से वादा फरामोशी की पराकाष्ठा है यह। सरकार जनता के सवालों का जवाब नहीं दे पा रही है। जनता की तकलीफों का सरकार के पास कोई जवाब नहीं है। इनकी वादा फरामोशी और पांच राज्यों की जनता जब-जहां मौका मिलेगा सरकार को सबक सिखाएगी। डॉ. शकील का कहना है कि सरकार ने बीते वर्षों में जो काम किया है, जो अवाम के साथ किया है, उसकी वजह से सरकार को मुंह की खानी पड़ेगी।
डॉ. शकील अहमद का कहना है कि जहां तक मुसलमानों की बात है तो हिंदुस्तान और उत्तरप्रदेश का मुसलमान धर्मनिरपेक्ष है। वह जम्हूरियत का पक्षधर है। संविधान में विश्वास रखता है। उत्तर प्रदेश में भी वह जम्हूरित और धर्मनिरपेक्षता को ही चुनेगा।