महाराष्ट्र में किसानों की कर्ज माफी का मुद्दा छह मार्च को शुरू हुए विधानमंडल के बजट सत्र की शुरुआत से ही छाया हुआ है। सरकार में भाजपा की सहयोगी शिवसेना भी इस मांग पर विरोधियों का साथ दे रही है।
विरोधी दलों कांग्रेस एवं राकांपा के विधायकों ने दोनों सदनों में हंगामा जारी रखा। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने अपने विधायकों को चेतावनी दी है कि किसानों की कर्ज माफी हुए बिना बजट नहीं पेश होने दिया जाएगा। शिवसेना के मंत्रियों एवं विधायकों ने उद्धव की चेतावनी पर अमल करने की बात भी कर रहे हैं। बजट शनिवार को पेश किया जाना है।
सदन में चल रहे हंगामे के बीच ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि 2008में कांग्रेस सरकार की कर्ज माफी के बाद पांच वषों में 16000 से यादा किसानों ने आत्महत्या की। इस बात की क्या गारंटी है कि अब कर्ज माफ किए जाने के बाद किसानों की आत्महत्याएं रुक जाएंगी? फड़नवीस का कहना है कि विरोधी दल अपनी हार से बौखलाए हुए हैं। वे बैंक घोटालों से किसानों का ध्यान हटाने के लिए कर्ज माफी की मांग कर रहे हैं।