बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने रविवार को आरोप लगाया कि राज्य सरकारें देश में भारी बारिश के कारण बनी बाढ़ की स्थिति से निपटने में असमर्थ हैं और उन्हें बाढ़ की रोकथाम पर ध्यान देने का सुझाव दिया।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा कि सरकार बाढ़ की स्थिति को संभालने में असमर्थ है, जिससे लाखों परिवारों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
मायावती ने कहा, "ऐसी तबाही जिंदगियां बर्बाद कर देती है। सिर्फ राहत ही नहीं, सरकारों को बाढ़ की रोकथाम पर भी उचित ध्यान देना चाहिए।"
उत्तर प्रदेश में मानसून का मौसम आधिकारिक तौर पर इस महीने समाप्त हो रहा है, लेकिन इससे होने वाली बारिश के असमान वितरण ने राज्य के किसानों को इस बार खरीफ फसलों की पैदावार को लेकर आशंकित कर दिया है।
हालांकि, उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में से 37 में अबकी कम बारिश हुई है और 7 में अधिक बारिश हुई है। राज्य के पश्चिमी, रोहिलखंड और मध्य क्षेत्र इस अनियमित मानसून पैटर्न से विशेष रूप से प्रभावित हुए हैं। जलवायु वैज्ञानिक इस असंतुलन का कारण पश्चिमी विक्षोभ से प्रभावित कमजोर दक्षिण-पूर्वी मानसून को मानते हैं।