उत्तर प्रदेश बीजेपी ने पूर्व आईएएस अधिकारी और एमएलसी एके शर्मा को पार्टी की प्रदेश यूनिट का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी माना जाता है। एके शर्मा गुजरात कैडर के अधिकारी रहे हैं। हाल ही में उन्होंने बीजेपी का दामन थामा है। उन्हें संगठन और सरकार में जगह देने के लिए पिछले कुछ समय से खासी चर्चाएं थीं। माना जा रहा है कि चुनावों से पहले एक तय रणनीति के तहत बीजेपी ने उन्हें ये जिम्मेदारी दी है। साफ है कि बीजेपी कुछ सियासी समीकरण साधने के प्रयास में है। उऩके साथ ही अर्चना मिश्रा को लखनऊ प्रदेश मंत्री और अमित वाल्मीकि को बुलंदशहर का प्रदेश मंत्री बनाया गया है। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शनिवार को पदाधिकारियों की घोषणा करते हुए 7 मोर्चा अध्यक्ष भी नियुक्त किए हैं।
राजनीति में आने के बाद फरवरी में एक शर्मा को एमएलसी बनाया गया था। पिछले कुछ समय से उनके योगी मंत्रिमंडल में शामिल होने और उप मुख्यमंत्री बनने की चर्चा थी। भाजपा में शामिल होने के बाद से ही अटकलें लग रही थी कि उन्हें यूपी में बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी, लेकिन उसके बाद कोरोना महामारी ने विकराल रूप ले लिया और योगी कैबिनेट का विस्तार नहीं हुआ। एमएलसी बनने के बाद से वे लगातार यूपी में एक्टिव थे। विभिन्न जिलों में कोविड नियंत्रण अभियान में जुटे हुए थे। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कोरोना को नियंत्रित करने में उनका खास योगदान माना गया।
2014 में गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी जब पीएम बन कर दिल्ली आए तो शर्मा भी पीएम कार्यालय में संयुक्त सचिव के रूप में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली आए। स्वैछिक सेवानिवृत्ति लेते समय वो एसएसएमई मंत्रालय में सचिव पद पर कार्यरत थे।
मूलरूप से उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद के काझाखुर्द गांव के रहने वाले 58 वर्षीय शर्मा एके शर्मा की प्रारंभिक शिक्षा गांव से ही हुई। उसके बाद 12वीं तक कि पढ़ाई उन्होंने डीएवी इंटर कॉलेज से की. स्नातक व राजनीति शास्त्र में परास्नातक इलाहाबाद विश्वविद्यालय से किया। उनका चयन 1988 में भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए हो गया, जहां पर उनको गुजरात कैडर दिया गया।
जिन सात मोर्चा के प्रदेश अध्यक्षों की घोषणा की गई है, उसमें प्रियांशु दत्त द्विवेदी (फर्रूखाबाद) को युवा मोर्चा, गीता शाक्य राज्यसभा सांसद (औरैया) को महिला मोर्चा, कामेश्वर सिंह (गोरखपुर) को किसान मोर्चा, नरेन्द्र कश्यप पूर्व सांसद (गाजियाबाद) को पिछड़ा वर्ग मोर्चा, कौशल किशोर सांसद को अनुसूचित जाति मोर्चा, संजय गोण्ड (गोरखपुर) को अनुसूचित जनजाति मोर्चा व कुंवर बासित अली (मेरठ) को अल्पसंख्यक मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष शामिल है।