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शहरों के नाम बदलने से लेकर अडाणी मुद्दे तक क्या बोले अमित शाह?

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक इंटरव्यू में शहरों के नाम बदलने से लेकर उद्योगपति गौतम अडाणी को...
शहरों के नाम बदलने से लेकर अडाणी मुद्दे तक क्या बोले अमित शाह?

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक इंटरव्यू में शहरों के नाम बदलने से लेकर उद्योगपति गौतम अडाणी को लेकर चल रहे विवाद तक विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी है।

भाजपा द्वारा कई शहरों के नाम बदलने पर केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि एक भी शहर ऐसा नहीं है जिसका पुराना नाम न हो और बदला है। इसपर बहुत सोच समझकर हमारी सरकारों ने फैसले लिए हैं और हर सरकार का ये विधायी अधिकार है।

वहीं अडानी से जुड़े मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया है। कैबिनेट का सदस्य होने के नाते इस समय इस मुद्दे पर मेरा कुछ भी बोलना सही नहीं होगा, परन्तु इसमें भाजपा के लिए कुछ छुपाने के लिए नहीं है और न ही किसी बात से डरने की जरूरत है।

त्रिपुरा चुनाव पर एएनआई से बात करते हुए अमित शाह ने कहा, "हमने 'चलो पलटाई' का नारा त्रिपुरा की स्थिति बदलने के लिए दिया था और आज हमने स्थिति को बदला है...हमने बजट अच्छा किया है। हमने हिंसा को समाप्त किया है। नशे के कारोबार पर कठोरता से नकेल कसी है।"

उन्होंने कहा कि मोदी ने उत्तर-पूर्व और भारत के बाकी के हिस्सों के बीच जो मन की दूरी थी उसे समाप्त कर दिया है।आज उत्तर-पूर्व के लोगों को मन से लगता है कि बाकी हिस्सों में हमारा सम्मान है। बाकी राज्यों से लोग उत्तर-पूर्व जाते हैं तो वे उनका भी सम्मान करते हैं।

2024 लोकसभा चुनाव पर शाह ने कहा कि 2024 में कोई स्पर्धा नहीं है, देश एकतरफा मोदी के साथ आगे बढ़ रहा है। देश की जनता को तय करना है अभी तक तो लोकसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी का लेबल जनता ने किसी को नहीं दिया है।

पीएफआई पर पाबंदी को लेकर उन्होंने कहा "पीएफआई कैडर पर कई मामले थे उन्हें समाप्त करने का काम कांग्रेस ने किया, जिसे कोर्ट ने रोका...हमने पीएफआई को सफलतापूर्वक बैन किया। पीएफआई देश में धर्मांधता और कट्टरता बढ़ाने वाला संगठन था। आतंकवाद का एक प्रकार से सामग्री तैयार करने का काम वे लोग कर रहे थे।"

वहीं नक्सवादी उग्रवाद को लेकर उन्होंने कहा कि बिहार और झारखंड में नक्सवादी उग्रवाद लगभग समाप्त हो चुका है। मुझे विश्वास है कि छत्तीसगढ़ में भी कुछ ही समय में शांति बहाल करने में हम सफल होंगे। जम्मू-कश्मीर में भी आतंकवाद से संबंधित सभी प्रकार के आंकड़े सबसे अच्छी स्थिति में हैं।

जी-20 पर उन्होंने कहा कि अगर मोदी जी के समय में G-20 का नेतृत्व भारत को मिला है और G-20 यशस्वी तरीके से संपन्न होता है तो इसका यश मोदी जी को मिलना ही चाहिए। क्यों न मिले?...अगर प्रोडक्ट अच्छा है तो उसे गाजे बाजे के साथ मार्केट करना ही चाहिए।

संसद में एक्सपंज(अमर्यादित टिप्पणियों को रिकॉर्ड से हटा देना) पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि संसद की कार्यवाही एक्सपंज वाक्यों से भरी पड़ी है। संसद में नियमों के हिसाब से बहस करनी होती है, संसदीय भाषा में करनी होती है।

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