नोटबंदी के कदम का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वह ऐसे-ऐसे पेंच कस रहे हैं कि विपक्षी तिलमिला उठे हैं। राजनीतिक दलों का गुस्सा अभी जितना नजर आता है, वह पहले कभी नहीं था। वे मोदी को पराजित करने के ले एकजुट हो रहे हैं। मोदी ने कहा वे चुनाव जीतने के लिए नहीं आए हैं, बल्कि इस डर से एकजुट हो रहे हैं कि अगर वे अलग-अलग रहे तो राज्यसभा में भी मोदी का बहुमत हो जाएगा तो वह ऐसे कानून बनाएगा कि चोर लुटेरों को जगह नहीं मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि तीन मजबूत खंभों पर विकास की मजबूत इमारत बनेगी। उनकी नजर में विकास के वि का अर्थ विद्युत से है, का का मतलब कानून-व्यवस्था और स का अर्थ सड़क से है। इन तीन खंभों पर विकास की भव्य इमारत बनाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता परिवर्तन चाहती है। भाजपा की लड़ाई नौजवानों, छोटे कारोबारियों, किसानों के न्याय के लिए है।
मोदी ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार को विकास से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की गई भर्तियों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि लखनऊ में भाजपा सरकार बनने के बाद एक एक नौजवान को न्याय दिलाने के लिए हम कानूनी प्रक्रिया अपनाएंगे। (एजेंसी)