अजय सिंह बिष्ट अब फायर ब्रांड योगी आदित्यनाथ हैं। सिर्फ 22 साल की उम्र में उन्होंने संन्यास ले लिया था और वह लगातार 5 बार गोरखपुर से सांसद हैं। लव जिहाद, धर्मांतरण जैसे मुद्दे पर वह बहुत खुल कर बोलते रहे हैं और पार्टी से इतर भी उनकी दबंग छवि है। उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणाण आने के बाद से ही जातीय समीकरणों को ध्यान में रख कर ही माना जा रहा था कि मुख्यमंत्री घोषित होगा। लेकिन गोरखपुर के गोरक्षपीठ के महंत योगी आदित्यनाथ ने सभी को पीछे छोड़ते ही बाजी मार ली। आदित्यनाथ गणित विषय में स्नातक हैं और उन्होंने गोरखपुर के गोरक्षपीठ के महंत अवैद्यनाथ से दीक्षा ली थी। उनके निधन के बाद आदित्यनाथ इस पीठ के महंत बने।
आदित्यनाथ का पूर्वांचल में बहुत दबदबा है। वह गोरखपुर में कई जगहों के नाम भी बदलवा चुके हैं। उनकी वजह से ही उर्दू बाजार अब हिंदू बाजार, अली नगर-आर्या नगर और मियां बाजार माया बाजार के नाम से जाने जाते हैं। सन 2007 में गोरखपुर दंगों के दौरान उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी। इस गिरफ्तारी के विरोध में उनके समर्थक उग्र हो गए थे। उनके प्रशंसकों और समर्थकों की फौज है। वह गोरखपुर संसदीय सीट से सन 1998,1999, 2004, 2009, 2014 में लगातार पांचवी बार सांसद बने।