गुजरात में मंगलवार को तेजी से बदले राजनीतिक घटनाक्रम में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए वरिष्ठ ओबीसी नेता कुंवरजी बावलिया को विजय रुपाणी मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया गया है। देर शाम राज्यपाल ओमप्रकाश कोहली ने उन्हें राजभवन में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
इससे पहले कुछ घंटों के अंदर कई घटनाएं हुईँ। पहले बावलिया ने कांग्रेस छोड़ने और विधायक पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया। इसके बाद राजकोट जिले के जसदन निर्वाचन क्षेत्र से विधायक बावलिया ने विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी को अपना इस्तीफा सौंपा। फिर वह भाजपा कार्यालय गए और पार्टी की सदस्यता हासिल की। उन्हें गुजरात भाजपा अध्यक्ष जीतू वघानी पार्टी में शामिल किया। इसके बाद उन्हें गांधीनगर में मंत्री पद की शपथ भी दिला दी गई।
लोकसभा चुनाव, 2019 से पहले कुंवरजी बावलिया का कांग्रेस छोड़ना पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। उऩ्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर पार्टी में जाति की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इसकी वजह से मेरे लिए कांग्रेस में आगे काम करना मुश्किल हो गया। उन्होंने राज्य सरकार और केंद्र की मोदी सरकार की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि उनकी मोदी से तबसे निकटता है जब वे राज्य के मुख्यमंत्री हुआ करते थे। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह की टीम देश के विकास के रास्ते पर ले जा रही है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जीतू वघानी ने कहा कि कुंवरजी बावलिया के पार्टी में शामिल होने से नरेंद्र भाई और अमित भाई के हाथ मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी ओबीसी समेत सभी वर्ग को साथ लेकर देश के विकास के लिए काम करेगी।
दूसरी, ओर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित चावदा ने बावलिया के फैसले को अवसरवादी बताया। उन्होंने कहा कि बावलिया को उन कांग्रेसी वोटरों को जवाब देना होगा जिन्होंने उन्हें कई बार चुना है।
बावलिया जसदन से पांच बार विधायक रह चुके हैं। 2009-2014 के दौरान उन्होंने राजकोट क्षेत्र का प्रतिनिधित्व भी किया है। वह दो बार प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुके हैं।