राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को सत्तारूढ़ भाजपा पर हमला बोलते हुए दावा किया कि देश में जाति और धर्म के नाम पर नफरत फैल गई है और अगर इस पर लगाम नहीं लगाई गई तो यह गृहयुद्ध का कारण बन सकता है। भारत जोड़ो यात्रा से पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर निशाना साधा है।
कन्याकुमारी से कश्मीर तक पार्टी की 3,570 किलोमीटर लंबी 'भारत जोड़ी यात्रा' के शुभारंभ से पहले यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए गहलोत ने यह भी कहा कि पार्टी का ओहदा और फाइल राहुल गांधी के फिर से कांग्रेस अध्यक्ष बनने के पक्ष में है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में सबकी यही भावना है कि राहुल गांधी एक बार फिर से अध्यक्ष बनें क्योंकि इससे पार्टी मजबूत होगी और चुनौतियों से निपटने में आसानी होगी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कन्याकुमारी में कहा, "हम सभी राहुल गांधी के नेतृत्व में मिलकर काम करेंगे। देश के सामने बड़ी चुनौतियां हैं और अगर राहुल गांधी पार्टी प्रमुख बनते हैं तो उनसे निपटना आसान हो जाएगा।" उन्होंने कहा कि 'भारत जोड़ो' का नारा देने की जरूरत है क्योंकि आजादी के बाद पहली बार देश में ऐसा माहौल बना है कि नफरत, तनाव और हिंसा हो रही है। उन्होंने कहा कि पूरा देश इससे चिंतित है।
उन्होंने कहा कि 'भारत जोड़ो' का नारा देने की जरूरत है क्योंकि आजादी के बाद पहली बार देश में ऐसा माहौल हुआ है जब नफरत, तनाव और हिंसा हो रही है। पूरा देश इसको लेकर चिंतित है। गहलोत ने कहा, 'हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध करते रहे हैं कि आप अपील करें कि लोगों के बीच प्यार, भाईचारा और सद्भाव हो और हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अब तक ऐसा नहीं किया है।' उन्होंने कहा, "इतना ध्रुवीकरण हुआ है, जाति और धर्म के नाम पर नफरत पैदा की गई है। अगर इसे नियंत्रित नहीं किया गया तो यह गृहयुद्ध की ओर जा सकता है।"
सीएम गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि बेहतर समझ की जीत हो सकती है। राहुल गांधी अहिंसा में विश्वास करते हैं, उन्होंने कहा, उनके दिल में कोई नफरत नहीं है।
गौरतलब है कि कांग्रेस की 3,570 किलोमीटर लंबी भारत जोड़ो यात्रा 12 राज्यों से होकर गुजरेगी। एक वीडियो संदेश में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि यह यात्रा इसलिए जरूरी है क्योंकि देश में नकारात्मक राजनीति की जा रही है और जनता से जुड़े असली मुद्दों पर चर्चा नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि यात्रा का उद्देश्य महंगाई, बेरोजगारी जैसे जनता से जुड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना है।