कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने असम-मिजोरम सीमा विवाद के अचानक बढ़ने से भड़की हिंसा में कई लोगों के मारे जाने पर दुख जताते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि गृह मंत्री अमित शाह ने ‘‘ लोगों के जीवन में घृणा और अविश्वास का बीज बोकर ’’ एक बार फिर देश को निराश किया है। वहीं तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने असम-मिजोरम अंतर-राज्यीय सीमा संघर्ष पर दुख व्यक्त करते हुए मंगलवार को कहा कि भाजपा की निगरानी में इस तरह की निरंतर घटनाओं ने लोकतंत्र की मौत को आमंत्रित किया है। राहुल गांधी और अभिषेक बनर्जी के अलावा भी कई नेताओं ने भाजपा पर निशाना साधा है।
राहुल ने हिंसा से जुड़ा एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘ जो लोग मारे गए हैं, उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना है। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’
कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘ गृह मंत्री ने लोगों के जीवन में घृणा और अविश्वास का बीज बोकर एक बार फिर देश को निराश किया है। भारत अब भयावह नतीजों से दोचार हो रहा है।’’
जबकि टीएमसी के राष्ट्रीय सचिव अभिषेक बनर्जी ने ट्वीट किया, "असम मिजोरम सीमा पर हुई निर्मम हिंसा के बारे में सुनकर स्तब्ध और दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना। @BJP4India की निगरानी में इस तरह की निरंतर घटनाओं ने हमारे देश में लोकतंत्र की मृत्यु को आमंत्रित किया है।"
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह को इस समस्या का हल निकालने के लिए पहले से ही कहना चाहिए था कि ये अंतरराष्ट्रीय सीमा का मामला नहीं है बल्कि प्रांतीय सीमा का मामला है अगर वो इस मामले को पहले हल करते तो ये घटना टल सकती थी।
कांग्रेस नेता सुष्मिता देव ने कहा कि स्थिति बहुत गंभीर है। केंद्रीय गृह मंत्री को तुरंत इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए। मिज़ोरम के मुख्यमंत्री और असम के मुख्यमंत्री सिर्फ ट्विटर पर लड़ रहे हैं। समाधान कुछ नहीं हो रहा।
गौरतलब है कि असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद के अचानक बढ़ने के दौरान हुई हिंसक झड़प में असम पुलिस के छह जवानों की मौत हो गई और एक पुलिस अधीक्षक समेत 60 अन्य घायल हो गए। दोनों पक्षों ने हिंसा के लिए एक-दूसरे की पुलिस को जिम्मेदार ठहराया और केंद्र के दखल की मांग की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों हिमंत बिस्वा सरमा और जोरमथांगा से बात की है और उनसे विवादित सीमा पर शांति सुनिश्चित करने और सौहार्दपूर्ण समाधान खोजने का आग्रह किया है।
पिछले कुछ हफ्तों में दोनों पक्षों द्वारा क्षेत्र पर अतिक्रमण के आरोपों और दोनों राज्यों के बीच तनाव को बढ़ाने वाली झड़पों के बाद, अंतर-राज्यीय सीमा पर हिंसक झड़पों की सूचना मिली जिसमें कम से कम छह असम पुलिसकर्मियों की मौत हो गई।