14 अगस्त से शुरू होने वाले राजस्थान विधानसभा सत्र से पहले भाजपा ने अपने 18 विधायकों को गुजरात शिफ्ट कर दिया है। इस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को कहा कि विपक्षी पार्टी में दरार आ गई है। वहीं, भाजपा ने विधायकों के शिफ्टिंग को लेकर दावा किया कि राज्य में गहलोत सरकार के इशारे पर उनके विधायकों को पुलिस और प्रशासन द्वारा परेशान किया जा रहा है।
गहलोत ने कहा कि दुर्भाग्य से, सत्ता में बैठे ऐसे लोग लोकतंत्र को कमजोर कर रहे हैं, जिसे हमने पिछले 70 वर्षों से बचाया था। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को बचाने की उनकी लड़ाई 14 अगस्त के बाद भी जारी रहेगी और सच्चाई कायम रहेगी। मैं यह कह सकता हूं कि जीत हमारी होगी, सत्य की जीत होगी।" उन्होंने कहा, उनकी सरकार "पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी।"
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गहलोत ने जैसलमेर में संवाददाताओं से कहा, “लेकिन, भाजपा को किस बात की चिंता है? वे तीन-चार स्थानों पर अपने विधायकों का नेतृत्व कर रहे हैं। मुझे उनमें बड़ा विभाजन दिखाई देता है।”
विपक्षी पार्टी पर निशाना साधते हुए गहलोत ने कहा कि " वो जो कर रहे हैं उससे लोकतंत्र को खतरा है।" उन्होंने कहा कि बीजेपी उनकी सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है, लेकिन सरकार कोरोनो वायरस संकट के बीच जान बचाने की कोशिश कर रही है।
गहलोत ने रविवार को राजस्थान के सभी विधायकों को पत्र लिखकर लोकतंत्र की रक्षा के लिए लोगों की आवाज सुनने और राज्य के लोगों के हित में सच्चाई के साथ खड़े होने का आग्रह किया।