कांग्रेस के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने केंद्र सरकार के चार पूरा होने पर पीएम मोदी को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि अब 2019 में देश का पीएम कामदार, ईमानदार होगा न जुमलेबाज।
ओडिशा में पत्रकारों से बात करते हुए कपिल सिब्बल ने कहा, 'दुख की बात है कि पीएम हर मामले में जुमलेबाजी ही करते हैं और इसे अब देश के लोग जान चुके हैं। देश के लोग कामदार के साथ इमानदार पीएम चाहते हैं जो लोगो सें झूठे बादे न करे।' किसानों के मसले पर उन्होंने कहा, जब राज्य विधानसभा ने सर्वसम्मति से धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ाने के लिए प्रस्ताव पास किया और सदस्यों ने पीएम से मिलने का समय मांगा तो उन्हें मिलने नहीं दिया गया। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि मोदी सरकार को वोट न दें जो किसानों की समस्या को सुनने के लिए तैयार नहीं हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार को केवल कारपोरेट घरानों की चिंता है। यह वाट्सऐप, फेसबुक, अमेजन और पेटीएम जैसी कंपनियों की सरकार है। यह देश के लोगों के लिए नहीं है। डिजीटल वर्ल्ड से बड़े-बड़े बैंको का फायदा हुआ है। लोग मोदी सरकार के चार सालों के शासन से असंतुष्ट हैं। भ्रष्टाचार मुक्त सरकार चलाने का दावा करने वाले पीएम रेड्डी बंधुओं के साथ मंच साझा करते हैं जो कई करोड़ के खनन घोटाले में शामिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी जी कटक में आए हैं लेकिन सड़क के रास्ते नहीं क्योंकि उनमें लोगों को फेस करने की हिम्मत नहीं है। मोदी उद्घाटन करने में माहिर हैं ईस्टर्न कॉरीडोर का उद्घाटन तो कर दिया गया लेकिन बाकी के काम का पता नहीं।
कांग्रेस नेता ने छत्तीसगढ़ सरकार के साथ महानदी जल विवाद के लिए पीएम और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि क्या मोदी यह आश्वासन देंगे कि महानदी पर होने वाला निर्माण बंद हो जाएगा? उन्होंने जो गलती की है, क्या वह इसके लिए ओडिशा के लोगों से माफी मांगेंगे। क्या नदी से किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिल पाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र और ओडिशा सरकार राज्य के लोगों के लिए रोजगार पैदा करने में विफल रही है। यहां जो उद्योग लगे थे वह सब कांग्रेस ने लगाए थे और नए उद्योग नहीं लगाए गए।