2016-17 के लिये भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की वार्षिक रिपोर्ट आने के बाद विपक्षी पार्टियां सरकार पर हमलावर हो गई हैं। दरअसल, नोटबंदी के दौरान रद्द किये गये 1000 रुपये के संचालित नोटों में से महज 1.4 फीसदी नोट ही जमा नहीं हुए हैं। बाकी मुद्रा बैंकिंग सिस्टम में लौट आई है। जिसे विपक्ष सरकार की विफलता बता रहा है।
अब माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “मोदी सरकार के नोटबंदी फैसले ने भारत की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचाया है। यह एक राष्ट्र विरोधी कृत्य है।”
Lives & livelihoods lost, the Economy got a shock, workers lost their jobs. India can never forgive Modi govt for this anti-national act.
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) 30 August 2017
येचुरी ने अपने ट्विटर हैंडल पर इस फैसले के औचित्य पर कई सवाल उठाए। उन्होंने लिखा है, “ नोटबंदी के दौरान कथित रूप से 100 से ज्यादा जानें गईं और गरीब सबसे बुरी तरह प्रभावित हुए। नोटबंदी के लिए गिनाए गए उद्देश्य, भ्रष्टाचार से जंग, काले धन, जाली मुद्रा और आतंकवाद पर लगाम सब औंधे मुंह गिर पड़ा।”
99.9% of the notes back in the banking system. 100s died in queues. The poor suffered the most. All this for what? https://t.co/cwnfHEGWD1
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) 30 August 2017
उन्होंने सवाल उठाया कि 99.9% नोट वापस, इसका मतलब है कि काला धन सफेद में बदल गया, काले धन और नकली नोट कहां गए?
99.9% notes back, means black money turned into white - illegal counterfeit into legal tender. Where did black money & counterfeit notes go? pic.twitter.com/cS1PttasAd
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) 31 August 2017
इसके अलावा भी उन्होंने कुछ और ट्वीट किए।
Over 100 people died due to demonetisation. Jobs lost, lives turned upside down, livelihoods over. Just due to one man's whim #NeverForget
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) 31 August 2017
Modi at Red Fort on Aug 15: "₹3 lakh cr" worth of black money has been got by demonetisation. Fact: All deposited as legal tender in banks pic.twitter.com/H6PcBqGQeZ
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) 31 August 2017