कांग्रेस नेता कमलनाथ ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया है। वह मध्यप्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के तौर पर 17 दिसंबर को शपथ लेंगे।
शुक्रवार को कमलनाथ राजभवन पहुंचे और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के समक्ष सरकार बनाने का दावा किया। उन्होंने राज्यपाल को विधायकों की सूची भी सौंपी। कमलनाथ और मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह 17 दिसंबर को भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में दोपहर डेढ़ बजे होगा। उनके साथ प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया, दिग्विजय सिंह, विवेक तन्खा और अरुण यादव भी थे।
राज्यपाल ने दी शुभकामनाएं
राज्यपाल ने कमलनाथ को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री नियुक्त करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने लिखा है, ‘कांग्रेस विधायीदल को विधानसभा में बसपा, सपा एवं निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त होने से प्रदेश में सबसे बड़े दल के नेता के नाते भारत के संविधान के अनुच्छेद 164 के अंतर्गत आपको मुख्यमंत्री नियुक्त करती हूं तथा मंत्रिमंडल का गठन करने के लिए आमंत्रित करती हूं।’
सिंधिया भी थे रेस में
मुख्यमंत्री पद की रेस में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम चल रहा था लेकिन काफी माथापच्ची के बाद गुरुवार देर रात उनके नाम की घोषणा कर दी गई। इस बीच विधायक दल की बैठक का समय पांच बार आगे बढ़ाना पड़ा। 72 वर्षीय कमलनाथ अपने राजनीतिक करियर में पहली बार मुख्यमंत्री पद की कमान संभालेंगे। वह मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले से 9 बार सांसद रह चुके हैं।
'कांग्रेस केिए गए वादे पूरा करेगी'
कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा कि किसानों की कर्जमाफी का वादा पूरा करेंगे। कृषि और विकास के लिए काम करेंगे। व्यापमं मामले की जांच को लेकर उन्होंने कहा कि हम अपोज नहीं एक्सपोज करना चाहते हैं। किसी दुर्भावना के मकसद के लिए नहीं बल्कि घोटालों को सामने लाने के लिए जनआयोग बनाया जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ को बधाई देते हुए कहा कि मुझे आशा है कि वह अपने सभी वादों को पूरा करेंगे और जिन योजनाओं को हमने लागू किया था, उन्हें जारी रखेंगे।
121 विधायकों के समर्थन का दावा
11 दिसंबर को आए चुनाव परिणाम में मध्य प्रदेश की कुल 230 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 114 सीटें मिली हैं। वह बसपा के दो, सपा के एक और चार अन्य निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बना रही है। पार्टी का दावा है कि उसके पास फिलहाल 121 विधायकों का समर्थन हासिल है।