मोदी सरकार द्वारा आर्थिक आधार पर सामान्य वर्ग को 10 फीसदी आरक्षण देने का फैसला किया गया है। सरकार के इस फैसले को आगामी लोकसभा 2019 चुनाव से पहले बड़ा दांव माना जा रहा है। इस फैसले को विपक्षी पार्टियों ने नरेंद्र मोदी का चुनावी जुमला करार दिया है। इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने मंगलवार को ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि नरेंद्र मोदी 10 फीसदी प्रधानमंत्री बन गए हैं।
कपिल सिब्बल ने ट्वीट किया, ‘गरीबी के आधार पर आरक्षण देना, दो करोड़ नौकरी देने के वादे से चूक जाना, मोदी जी सिर्फ 10 फीसदी प्रधानमंत्री बन गए हैं। कमल का हमला, एक और जुमला।’
हालांकि कांग्रेस की ओर से आधिकारिक तौर पर इस फैसले का समर्थन किया गया। कांग्रेस ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि गरीबों के बच्चों को आरक्षण के लिए वह पूरा सहयोग और समर्थन करेगी, लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार को यह जवाब देना होगा कि वह युवाओं को रोजगार कब देगी। हालांकि, कांग्रेस ने कहा कि कहीं ये सिर्फ एक चुनावी जुमला बनकर ना रह पाए।
हार्दिक ने किया विरोध
पाटीदार नेता हार्दिक पटेल मोदी सरकार के इस फैसले को चुनावी जुमला करार दिया था। उन्होंने कहा था कि कई दिनों से संसद चल रही है, ऐसे में आखिरी दिन इस बिल को पेश करना सिर्फ एक नाटक ही है।
डगर नहीं आसान
केंद्र सरकार ने आर्थिक रूप से पिछड़े सामान्य वर्ग के लोगों के लिए 10 फीसदी कोटे का प्रस्ताव तो पास कर दिया है, लेकिन इसे लागू करवाने की राह अभी काफी मुश्किल है। सरकार को इसके लिए संविधान में संशोधन करना होगा। इसके लिए उसे संसद में अन्य दलों के समर्थन की भी जरूरत होगी।
इन्हें मिलेगा लाभ-
-जिसकी सलाना इनकम 8 लाख रुपए या इससे कम है
-जिसके पास 5 एकड़ या उससे कम खेती जमीन है
-जिसका 1000 वर्ग फुट से कम जमीन पर मकान है
-कस्बों में 200 गज जमीन वालों को, शहरों में 100 गज जमीन वालों को
-राजपूत, भूमिहार, बनिया, जाट, गुर्जर को इस श्रेणी में आरक्षण मिलेगा
-आरक्षण शिक्षा (सरकार या प्राइवेट), सार्वजनिक रोजगार में इसका लाभ मिलेगा
-आरक्षण आर्थिक रूप से पिछड़े ऐसे गरीब लोगों को दिया जाएगा जिन्हें अभी आरक्षण का फायदा नहीं मिल रहा है