जासूसी कांड को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने सरकार पर सवाल उठाए हैं। सिब्बल ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ बताते हुए कहा है कि पेगासस पर सच्चाई सामने नहीं आ रही है।.सरकार को ये बताना चाहिए कि सरकार ने पेगासस का इस्तेमाल किया या नहीं। सरकार डाटा प्रोटेक्शन की जगह डाटा कलेक्शन कर रही है।
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को इसकी जांच करनी चाहिए और कार्यवाही बंद कमरे में होनी चाहिए। संसद में एक श्वेत पत्र पेश किया जाना चाहिए और मंत्री को स्पष्ट रूप से बताना चाहिए कि सरकार या किसी अन्य एजेंसी ने यहां पेगासस का इस्तेमाल किया है या नहीं। सरकार को यह भी बताना होगा कि जानकारी लेने के लिए सरकार के द्वारा पैसा नहीं दिए गए तो किसने दिए।
कपिल सिब्बल ने कहा कि पेगासस सॉफ्टवेयर का लिंक देते हैं तो उससे पता चलता है कि आप क्या कर रहे हो। सरकार को ये बताना चाहिए कि उन्होंने कभी इसका इस्तेमाल किया या नहीं। उन्होंने कहा कि सरकार ने अगर इसका इस्तेमाल नहीं किया तो फिर किसने किया क्योंकि सरकार को अलावा तो वो किसी को बेचते ही नहीं है। उन्होंने कहा कि आप कर्नाटक में सिद्धारमैया, देवगौड़ा सबकी जासूसी करवा रहे थे। ये राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।
बता दें कि इजरायी सॉफ्टवेयर पेगासस के जरिए जासूसी कराने का मामले मीडिया रिपोर्ट में सामने आया है। इसमें देश के कैबिनेट मंत्री से लेकर विपक्ष के नेताओं के साथ ही करीब 300 जानी-मानी हस्तियों की फोन टैपिंग का आरोप लगाया गया है। हालांकि, सरकार ने रिपोर्ट को पूरी तरह खारिज करते हुए इसे बदनाम करने का षडयंत्र करार दिया है। इसे लेकर संसद में विपक्ष हमलावर है और स्पष्टीकरण की मांग कर रहा है।