तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने करूर की त्रासदी पर गहरा शोक व्यक्त किया है। शनिवार को अभिनेता और टीवीके (तमिलगा वेत्री कझगम) प्रमुख विजय की रैली के दौरान मची भगदड़ में 39 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।
रविवार को एक्स (पूर्व ट्विटर) पर स्टालिन ने भावुक संदेश में लिखा, “रातभर अपनी जान गंवाने वालों के परिवारों के आंसू और उनके दुःख से भरे रोने की पीड़ा मेरे दिल से नहीं निकली है।"
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवज़ा और घायल प्रत्येक व्यक्ति को 1-1 लाख रुपये सहायता राशि दी जाएगी।
इस घटना के बाद भाजपा नेता के. अन्नामलाई ने तमिलनाडु सरकार और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने हादसे को “बेहद चौंकाने वाला” और “अत्यधिक निंदनीय” बताया।
अन्नामलाई ने पोस्ट में लिखा, “करूर में विजय की रैली के दौरान भगदड़ से बच्चों सहित करीब 40 लोगों की मौत की खबर बेहद दुखद है। कई अन्य घायल होकर अस्पतालों में भर्ती हैं। सरकार की जिम्मेदारी है कि वह सभी घायलों का उचित इलाज सुनिश्चित करे और मृतकों के परिजनों को पूरी मदद मिले।”
उन्होंने आरोप लगाया कि रैली के दौरान बिजली आपूर्ति बाधित हुई, जिससे अफरा-तफरी और बढ़ गई। अन्नामलाई ने कहा कि पुलिस को भीड़ का सही अनुमान लगाकर पर्याप्त बल और उपयुक्त स्थल की व्यवस्था करनी चाहिए थी।
भाजपा नेता ने मांग की कि इस हादसे की पूरी जांच हो, और यदि पुलिस व्यवस्था या बिजली आपूर्ति में खामियां पाई जाती हैं तो जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा, “डीएमके सरकार अपने नेताओं के कार्यक्रमों के लिए तो पूरे जिले की पुलिस तैनात कर देती है, लेकिन विपक्षी दलों के आयोजनों में सुरक्षा इंतज़ाम नाकाफी होते हैं। यह बेहद निंदनीय है।”