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महाराष्ट्र में पार्टी बदलने के लिए विधायकों को 25 से 50 करोड़ रुपये देने की हो रही पेशकश: कांग्रेस

महाराष्ट्र में सरकार बनाने की कवायद जारी है। इस बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चल रहा है। अब कांग्रेस ने...
महाराष्ट्र में पार्टी बदलने के लिए विधायकों को 25 से 50 करोड़ रुपये देने की हो रही पेशकश: कांग्रेस

महाराष्ट्र में सरकार बनाने की कवायद जारी है। इस बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चल रहा है। अब कांग्रेस ने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में पार्टी बदलने के लिए विधायकों को ‘‘25 करोड़ रुपये से लेकर 50 करोड़ रुपये’’ तक देने की पेशकश की जा रही है।

उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस विधायकों को भी इस तरह के प्रस्तावों के साथ फोन पर संपर्क किया गया है। निवर्तमान विधानसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि शिवसेना ने दावा किया है कि उनके एक विधायक को पार्टी बदलने के लिए 50 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी। उन्होंने पत्रकारों से कहा, “हमारे विधायकों से भी संपर्क किया जा रहा है। विधायकों को 25 से 50 करोड़ रुपये की पेशकश कर लुभाने की कोशिश की जा रही है।”

अपने विधायकों को कॉल रिकॉर्ड करने को कहा

वडेट्टीवार ने कहा, “हमने अपने विधायकों को ऐसी कॉल रिकॉर्ड करने के लिए कहा है ताकि जनता उनके बारे में जान सके।’’  कांग्रेस नेता ने भाजपा पर राजनीति का स्तर गिराने का आरोप लगाया।

वडेट्टीवार ने कांग्रेस विधायकों को जयपुर स्थानांतरित किए जाने संबंधी खबरों का खंडन किया है। उन्होंने कहा, “कुछ विधायक चुनाव में कड़ी मेहनत के राबाद आम करने गए होंगे।”  

भाजपा ने किया खारिज

भाजपा ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया कि वह दूसरी पार्टी के विधायकों को लुभाने के प्रयास कर रही है। भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि कांग्रेस और राकांपा ने हमारे खिलाफ खरीद फरोख्त के आरोप लगाए हैं, उन्हें 48 घंटे के भीतर इस आरोप को साबित करना चाहिए या महाराष्ट्र के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।

सरकार गठन में देरी, भाजपा-शिवसेना में खींचतान

विधानसभा चुनावों में 105 सीट जीत कर भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। भाजपा की सहयोगी शिवसेना 56 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर काबिज रही। दोनों पार्टियों ने अब तक एक साथ या अलग से सरकार बनाने का दावा नहीं किया है। ‘महायुति’ के तौर पर चुनाव लड़ने वाले दोनों दल 24 अक्टूबर को चुनाव नतीजे आने के बाद से ही मुख्यमंत्री पद के बंटवारे पर जोर दे रहे हैं। राकांपा और कांग्रेस ने 288 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में क्रमश: 54 और 44 सीटें जीतीं। बहुमत के लिए आंकड़ा 145 सीटों का है।

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