जनसंख्या नियंत्रण दिवस के बाद से उत्तर प्रदेश में राजनीति का एक नया मुद्दा इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है। सीएम योगी ने बीते सोमवार को कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़ना चाहिए लेकिन जनसांख्यिकी असंतुलन की स्थिति भी न पैदा होने पाए। इसके बाद से सीएम के बयान को लेकर विपक्ष ने बीजेपी सरकार को निशाने पर ले लिया है। इस क्रम में बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
बसपा प्रमुख ने ट्वीट कर लिखा, "ऐसे समय में जब आसमान छूती महंगाई, अति गरीबी और बढ़ती बेरोजगारी आदि के अभिशाप से परिवारों का जीवन दुखी, त्रस्त और तनावपूर्ण है। वे स्वंय ही अपनी सभी जरूरतों को सीमित कर रहे हैं। तब जनसंख्या नियंत्रण जैसे दीर्घकालीन विषय पर लोगों को उलझाना बीजेपी की कौन सी समझदारी है?"
1. ऐसे समय में जब आसमान छूूती महंगाई, अति गरीबी व बढ़ती बेरोजगारी आदि के अभिशाप से परिवारों का जीवन दुखी, त्रस्त व तनावपूूर्ण है तथा वे स्वंय ही अपनी सभी जरूरतों को सीमित कर रहे हैं, तब जनसंख्या नियंत्रण जैसे दीर्घकालीन विषय पर लोगों को उलझाना भाजपा की कौन सी समझदारी है?
— Mayawati (@Mayawati) July 13, 2022
मायावती ने अपने अगले ट्वीट में लिखा है, "जनसंख्या नियंत्रण दीर्घकालीन नीतिगत मुद्दा है, जिसके प्रति कानून से कहीं ज्यादा जागरुकता की जरूरत है, किन्तु बीजेपी सरकारें देश की वास्तविक प्राथमिकता पर समुचित ध्यान देने के बजाय भटकाऊ और विवादित मुद्दे ही चुन रही हैं। तो ऐसे में जनहित और देशहित का सही से कैसे भला संभव? जनता दुखी और बेचैन।"
2.जनसंख्या नियंत्रण दीर्घकालीन नीतिगत मुद्दा जिसके प्रति कानून से कहीं ज्यादा जागरुकता की जरूरत किन्तु भाजपा सरकारें देश की वास्तविक प्राथमिकता पर समुचित ध्यान देने के बजाय भटकाऊ व विवादित मुद्दे ही चुन रही हैं तो ऐसे में जनहित च देशहित का सही से कैसे भला संभव? जनता दुखी व बेचैन।
— Mayawati (@Mayawati) July 13, 2022
बता दें कि मायावती का बयान ऐसे समय पर आया है, जब सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीते सोमवार को कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़ना चाहिए, लेकिन जनसांख्यिकी असंतुलन की स्थिति भी न पैदा हो पाए। उन्होंने कहा कि ऐसा न हो कि मूल निवासी की जनसंख्या घटती जाए और किसी एक वर्ग की आबादी बढ़ती चली जाए, जिससे अराजकता फैलने का खतरा रहता है। उन्होंने आगे कहा कि ऐसा न हो कि किसी वर्ग की आबादी बढ़ने की रफ्तार की प्रतिशत ज्यादा हो और मूल निवासियों की संख्या कम रह जाए।