पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान से बातचीत करने तथा सीमा पार सड़कों को खोलने से जम्मू-कश्मीर की समस्या का शांतिपूर्ण और स्थायी समाधान हो सकता है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि "कोई बीच का रास्ता नहीं छोड़ा गया था और सत्ता के माध्यम से असंतोष की आवाज़ें दबाने से ही उग्रवाद बढ़ रहा है। नफरत और विभाजन की राजनीति से माहौल को ख़राब करने की कोशिश की जा रही है। हमारे (भाजपा) शासन के तहत उग्रवाद बढ़ने के कारण हम जैसे लोगों को कश्मीर में रहने के लिए समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
जम्मू कश्मीर में तिरंगे पर हो रही राजनीति के बीच पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भाजपा और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा के आका खुद अपने झंडा के अलावा कोई और झंडा नहीं फहराते यहां लोगों को तिरंगा फहराने की नसीहत दे रहे हैं। पीडीपी प्रमुख ने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर के पूर्व झंडे के साथ तिरंगा उठाने के लिए तैयार हैं। बता दें कि जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने पिछले महीने कहा था कि उन्हें चुनाव लड़ने या राष्ट्रीय ध्वज धारण करने में कोई दिलचस्पी नहीं है।
धारा 370 और अनुच्छेद 35-ए के हटने के बाद प्रदेश के हालातों पर चिंता जताते हुए महबूबा ने कहा कि धारा 370 और अनुछेद 35-ए हटने के बाद जो वादे भाजपा ने लोगो से किए थे वो वादे पूरे नहीं हैं, जिससे अब कश्मीर के साथ साथ अब जम्मू के लोगों को भी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं।
महबूबा ने बिहार के युवा नेता तेजस्वी यादव के बहाने भी भाजपा को आड़े हाथों लिया। उन्होंने तेजस्वी को बधाई देते हुए कहा कि तेजस्वी ने एक नैरेटिव सेट किया। उन्होंने कहा कि आज इनका वक़्त है कल हमारा आएगा और कहा कि भाजपा का हाल ट्रम्प वाला होगा।