मंत्रिमंडल से हटाए गए लोगों में निहालचंद मेघवाल, रामशंकर कठेरिया, सांवरलाल जाट, मनसुखभाई डी बसवा और एम.के. कुंदरिया शामिल हैं। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परामर्श के अनुसार केंद्रीय मंत्रिमंडल से इन सदस्यों का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है।
बताया जाता है कि जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण जैसे विभागों के राज्यमंत्री सांवरलाल जाट को उनके खराब स्वास्थ्य की वजह से पद मुक्त किया है। पिछले दिनों ऐसी खबर आई थी कि सांवरलाल जाट खुद ही मंत्री पद का दायित्व छोड़ना चाहते हैं। जाट राजस्थान का प्रतिनिधित्व करते हैं। राजस्थान के ही दूसरे मंत्री और विवादों में घिरे निहालचंद मेघवाल की भी छुट्टी कर दी गई है। मेघवाल पंचायती राज राज्य मंत्री का कार्यभार संभाल रहे थे और उनके खिलाफ बलात्कार के आरोप लगे थे। उनकी विदाई में इस विवाद का बड़ा हाथ माना जा रहा है। हालांकि आज मंत्रिमंडल विस्तार में राजस्थान से चार मंत्री शामिल कर मोदी ने राज्य का समीकरण साधने की पूरी कोशिश की है।
इन दोनों के अलावा पीएम मोदी ने गुजरात के दो मंत्रियों मोहनभाई कल्याणजी भाई कुंदरिया (कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री) और जनजातीय मामलों के राज्य मंत्री मनसुखभाई धनजीभाई बसावा को भी पद से हटा दिया है। बताया जाता है कि मंत्री के रूप में इनके प्रदर्शन से मोदी खुश नहीं थे। हटाए गए पांचवें मंत्री हैं उत्तर प्रदेश के प्रोफेसर राम शंकर कठेरिया जो केंद्रीय मंत्रिमंडल में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री का पद संभाल रहे थे। कठेरिया भी पिछले दिनों फर्जी डिग्री विवाद में फंसे थे।