गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने रविवार को जींद में देश की मोदी एवं हरियाणा की खट्टर सरकार पर जमकर हमला बोला।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, दलित मजदूर अधिकार रैली में मेवाणी ने कहा कि वादे के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चार वर्षोँ में 8 करोड़ लोगों को रोजगार देना चाहिए था लेकिन वे मात्र 8 लाख लोगों को भी रोजगार नहीं दे पाये। देश में व्यापार और उद्योग धंधे ठप हो गये हैं। दलित, किसान, मजदूर, कर्मचारी सभी सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण परेशान हैं, लेकिन सरकार गाय, गौमूत्र और गीता के नाम पर लोगो को गुमराह करने पर लगी हुई है।
उन्होंने कहा कि रोजगार, शिक्षा, चिकित्सा जैसे गंभीर मुद्दों पर सरकार का ध्यान ही नहीं है। जब जब भाजपा के नेृतत्व में राजग की सरकार देश और विभिन्न प्रदेशों में बनी हैं, तब तब दलितों पर अत्याचार बढ़ जाते हैं। बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर समेत बहुजन समाज के महापुरूषों की प्रतिमाओं को तोड़ा जा रहा है। भाजपा सरकार पूरी तरह से विफल है। अब देशवासियों का मिजाज बदल रहा है। हरियाणा में युवा मिलकर खट्टर सरकार को ‘पंक्चर’ करेंगे।
जिग्रेश ने बसपा संस्थापक कांशीराम के नारे की याद दिलाते हुए कहा कि जो जमीन सरकारी है, वह जमीन हमारी है। विभिन्न सरकारों ने दलितों को भूखंड तो आबटित कर दिये लेकिन अनेकों स्थानों पर कब्जे आज भी कागजों में ही हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सत्ता में आते ही सभी मजदूर कानूनों को बंद करके दलित और मजदूर वर्ग पर कड़ा प्रहार किया है। इसलिए अब युवा वर्ग नई राजनीति की तरफ बढ़ेगा। हरियाणा में जिस प्रकारी दलितों का शोषण हो रहा है, उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही अब सरकार को समझ लेना चाहिए कि प्रदेश में 22 प्रतिशत दलित है और वे अब खट्टर सरकार को भी उखाड़ फेंकनें को तैयार हैं।