कांग्रेस ने पेट्रोल और डीजल की आसमान छूती कीमतों पर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, ‘मोदीजी कुछ तो बोलिए, आप देश के राजा हैं लेकिन प्रजा की तरफ कुछ तो ध्यान दीजिए। आप लोगों को ज्यादा दिन तक मूर्ख नहीं बना सकते और इसका नतीजा आपको जल्द ही 2019 में मिल जाएगा।‘ कांग्रेस ने मांग की है कि सरकार पेट्रोल डीजल पर उत्पाद शुल्क कम करे और जीएसटी के दायरे में लाए।
पवन खेड़ा ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें सबसे उच्च स्तर पर पहुंच गई हैं जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम कम हुए हैं। आखिर क्या कारण है कि भाजपा सरकार ने पिछले चार साल में 10 लाख करोड़ कमाए और इसका फायदा लोगों को नहीं दिया? ये 10 लाख करोड़ कहां है और इसका क्या किया जा रहा है? सरकार पर कोई जवाब नहीं है?
कांग्रेस ने पेट्रोल डीजल के दाम कम करने में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार आम जनता की जेब काटकर अपना खजाना भरने में लगी है। अब लोगों को लगता है कि शायद उन्होंने भाजपा सरकार को जिताकर सबसे बड़ी भूल की है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सरकार ने चार साल के शासन के दौरान 11 बार उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी की है यानी डीजल पर 443.6 फीसदी उत्पाद शुल्क बढ़ाया गया जबकि तीस फीसदी अंतरराष्ट्रीय बाजार के कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में 78 फीसदी पेट्रोलियम पदार्थ की कीमत घट रही हैं और यहां पेट्रोल के दाम 108 फीसदी और डीजल के दाम 123 फीसदी बढ़ रहे हैं। कौन सा मॉडल सरकार लागू कर रही है? पडौसी मुल्क पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल, बंगलादेश जैसे देशों में भारत के मुकाबले दाम काफी कम हैं। सरकार को पेट्रोल डीजल के उत्पाद शुल्क में कमी करनी चाहिए और भाजपा शासित राज्यों में वैट कमी कर इसे जीएसटी के दायरे में लाना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि यूपीए की सरकार के वक्त अंतर्राष्ट्रीय तेल के दाम बढ़ते थे तो बड़े मनोरंजक ट्वीट आते थे। जाहिर सी बात है पेट्रोल की कीमत, डीजल की कीमत ऊँची होती थी, लेकिन हां इतनी ऊँची तो तब भी नहीं थी। तब उनके ट्वीट आते थे, उनके दिल की पीड़ा हमें दिखाई देती थी। अब सुना है कि लोग अपने पुराने ट्वीट डीलिट करने लगे हैं, इनके तमाम नेता, इनके भक्त, इनके प्रशंसक, इनके फिल्म इंडस्ट्री में बैठे साथी, अपने ट्वीट हटा रहे हैं। या तो अब इन्हें पीड़ा नहीं होती या एक अहंकार की स्थिति में हैं, राजा का कोई क्या बिगाड़ लेगा?