लोकसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान “किसी और नेता ने इस्तीफा दिया क्या” के बाद यूपी कांग्रेस में करीब तीन दर्जन पदाधिकारियों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर भी इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं। इसके अलावा पार्टी कार्यालय पर राहुल गांधी के इस्तीफा वापस नहीं लेने तक आमरण अनशन भी हो चुका है।
इन लोगों ने दिया इस्तीफा
लोकसभा चुनाव में अपेक्षित परिणाम न आने और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिए जाने के चलते आज कांग्रेस विधानपरिषद दल के नेता और यूपी कांग्रेस कमेटी के महामंत्री दीपक सिंह, विधानमंडल दल की उपनेता और महामंत्री (यूपी कांग्रेस कमेटी) अराधना मिश्रा ‘मोना’, वरिष्ठ उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री रणजीत सिंह जूदेव, उपाध्यक्ष डॉ. आरपी त्रिपाठी, महामंत्री और पूर्व विधायक सतीश अजमानी, महामंत्री और पूर्व विधायक श्याम किशोर शुक्ल, महामंत्री हनुमान त्रिपाठी, महामंत्री और प्रवक्ता द्विजेन्द्र त्रिपाठी, विभाग और प्रकोष्ठ प्रभारी वीरेन्द्र मदान, संगठन मंत्री शिव पाण्डेय, सचिव और प्रवक्ता पंकज तिवारी, प्रवक्ता बृजेन्द्र कुमार सिंह, प्रवक्ता डॉ. मंजू दीक्षित, प्रवक्ता अंशू दीक्षित, प्रवक्ता अशोक सिंह और सोशल मीडिया इंचार्ज संजय सिंह ने राहुल गांधी के पक्ष में अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है।
इसके अलावा मीडिया विभाग के कोआर्डिनेटर राजीव बख्शी, मीडिया विभाग के ज्वाइन्ट मीडिया कोआर्डिनेटर पीयूष मिश्रा, प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और प्रवक्ता ओंकारनाथ सिंह, महामंत्री विनोद मिश्रा, अमरनाथ अग्रवाल, उमाशंकर पाण्डेय, डॉ. हिलाल अहमद नकवी, सिद्धिश्री, मुकेश सिंह चौहान, प्रदीप सिंह, रफत फातिमा, शुचि विश्वास, सदफ जाफर, सचिन रावत, विशाल राजपूत, अभिषेक राज, यशवन्त सिंह, प्रियंका गुप्ता, डॉ. अनूप पटेल, रवीन्द्र सिंह ने अपने-अपने पद से अपना इस्तीफा दे दिया है।
निशुल्क न्यायिक सुविधा उपलब्ध कराएगा कांग्रेस विधि विभाग
इससे पहले उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी विधि विभाग के प्रदेश पदाधिकारियों और जिला/शहर अध्यक्षों की बैठक हुई थी। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया था कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा अध्यक्ष पद से त्यागपत्र की पेशकश पर उनसे आग्रह किया गया है कि पार्टी के समक्ष आसन्न चुनौतियों को देखते हुए पार्टी की एकजुटता और चुनौतियों का सामना करने के लिए कांग्रेसजनों का नेतृत्व करें। साथ ही पदाधिकारियों ने एक स्वर से पार्टी की हार से सबक लेते हुए पूरी ताकत के साथ संगठन को और अधिक मजबूत बनाने और आने वाली चुनौतियों का डटकर मुकाबला करने का संकल्प लिया था। बैठक में यह निर्णय भी लिया गया था कि प्रदेश में किसी गरीब या कांग्रेसजनों को प्रताड़ित करने पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधि विभाग पूरी तत्परता के साथ पैरवी करके निःशुल्क न्यायिक सुविधा उपलब्ध कराएगा।
आमरण अनशन तक हो चुका पार्टी कार्यालय पर
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा पद से इस्तीफा देने से क्षुब्ध होकर और इस्तीफे को वापस लेने की मांग को लेकर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता प्रदीप सिंह ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में करीब एक माह पहले ‘आमरण अनशन’ शुरू किया था। उन्होंने राहुल गांधी से आग्रह किया था कि जब तक वह अपना इस्तीफा वापस नहीं लेंगे, तब तक वह आमरण अनशन पर बैठेंगे। प्रदीप सिंह ने आमरण अनशन पर बैठते हुए राहुल गांधी से आग्रह किया था कि ‘‘राहुल गांधी जी हमें आपका इस्तीफा नहीं, आपका नेतृत्व चाहिए, झूठी ताकतों से संघर्ष कीजिए, पूरे देश के कांग्रेसजन आपके साथ हैं। जब तक आप हमारी बात को नहीं मान लेते हमारा आमरण अनशन जारी रहेगा।’’