महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के घटक दल अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों में सीट-बंटवारे के फॉर्मूले पर बात करने के लिए एक समिति बनाएंगे। महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नसीम खान ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। एमवीए में उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस शामिल हैं।
महाराष्ट्र में 2019 के विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद यह तीन दलीय गठबंधन बना था और इसकी सरकार जून 2022 तक रही।
प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष खान ने ‘पीटीआई’ से कहा, ‘‘तीनों गठबंधन सहयोगी दलों के नेताओं की एक समिति बनाई जाएगी जो राज्य की सभी 48 लोकसभाओं की समीक्षा करेगी और एक फॉर्मूला सुझाएगी जिसे अंतिम रूप तीनों दलों का नेतृत्व देगा।’’
उन्होंने कहा कि सीट बंटवारा चुनाव में जीत की क्षमता के आधार पर किया जाएगा और ऐसा कोई मानदंड नहीं रहेगा कि मौजूदा सांसद जिस पार्टी का है, अगली बार भी उसी दल को उम्मीदवारी मिलेगी।
इससे पहले आज दिन में शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा था कि अविभाजित शिवसेना ने पिछले आम चुनाव में महाराष्ट्र में 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी और ये सीटें अगले चुनाव में उनकी पार्टी के पास रहेंगी।
इस बारे में खान ने कहा कि शिवसेना ने 2019 के चुनाव में 18 सीटें जीती थीं और तब उसका भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन था, इसलिए उस सीट पर फिर से उसी दल को उम्मीदवारी मिलना आवश्यक नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘गत 15 मई को राकांपा अध्यक्ष शरद पवार द्वारा बुलाई एमवीए की बैठक में भी यही तय हुआ है जिसमें उद्धव ठाकरे भी मौजूद थे।’’ खान ने कहा कि एमवीए के नेता इस बात पर रजामंद हुए हैं कि सीट बंटवारे की प्रक्रिया सुगम और निर्विवाद रहेगी।