राहुल गांधी की अवहेलना करने वाले को कांग्रेस से संन्यास ही लेना पड़ेगा। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विधान सभा के उपचुनाव के दौरान इमरती देवी संबंधी बयान के मामले में राहुल गांधी की बात नहीं मानी और उनकी अवहेलना भी की। इसी वजह से अब कमलनाथ को कांग्रेस और राजनीति से संन्यास लेना पड़ रहा है। यह बात मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ के संन्यास लेने के बयान के बारे में कही है।
कमलनाथ फिलहाल छिंदवाड़ा के दौरे पर है। वहीं एक सभा में उन्होंने बयान दिया है कि अब वे आराम करना चाहते है। यदि छिंदवाड़ा की जनता कह दे तो वे अब संन्यास ले लेंगे। इस बयान के बाद यह माना जा रहा है कि कमलनाथ अपना पद छोड़ना चाहते है और राजनीति को अलविदा कर संन्यास लेने की तैयारी में है। इसी बयान पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि उपचुनाव में राहुल गांधी की बात नहीं मानी थी इसी वजह से उन्हें सन्यास को मजबूर किया जा रहा है। संन्यास लेने की बात उनके दिल की नहीं दिल्ली की है।
मध्य प्रदेश में हाल में हुए उपचुनाव के दौरान कमलनाथ ने पूर्व मंत्री और डबरा से भाजपा की प्रत्याशी इमरती देवी को आइटम कह दिया था। भाजपा ने इसको नारी अपमान से जोड़ते हुए इसके खिलाफ प्रदेश भर में धरना और प्रदर्शन किये थे। इसको देखते हुए राहुल गांधी ने बयान जारी कर कहा था कि कमलनाथ को ऐसा नहीं कहना चाहिए था और उन्हें माफी मांगनी चाहिए। इसके जवाब में कमलनाथ ने माफी नहीं मांगी थी। हालांकि बाद में डबरा चुनाव में इमरती देवी की पराजय हुई।
कमलनाथ फिलहाल प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष भी है। लोकसभा और विधान सभा चुनाव में मिली हार के बाद पार्टी के अंदर से ही उन पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है कि पार्टी की कमान किसी युवा नेतृत्व को सौंपी जाये।