लोकसभा चुनाव 2019 खत्म होने के बाद और नतीजे जारी होने से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी दल दोनों ही दूसरी पार्टियों को अपने पाले में करने की कोशिश में लगे हैं। जहां एनडीए ने अपने साथी दलों के नेताओं को मंगलवार को डिनर पर बुलाया था, वहीं दूसरी ओर विपक्ष के प्रमुख नेता भी उन सभी नेताओं से संपर्क कर रहे हैं जिनकी एनडीए के पाले में जाने की ज्यादा संभावना है। 19 मई को सातवें और आखिरी चरण का मतदान खत्म होने के बाद आए तमाम एग्जिट पोल के आंकड़ों के मुताबिक एनडीए को बहुमत मिलता दिख रहा है। विपक्ष की ओर से अब चंद्रबाबू नायडू के अलावा एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुट गए हैं। दरअसल, शरद पवार उन पार्टियों को मिलाने की कोशिश कर रहे हैं, जो कभी एक दूसरे को धुरविरोधी रहे हैं।
विपक्षी गठबंधन को मजबूत करने की कवायद में जुटे शरद पवार
एनसीपी और कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक पवार ने बीजू जनता दल, तेलंगाना राष्ट्र समीति और वाईआरएस कांग्रेस पार्टी से संपर्क किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सूत्रों का कहना है कि शरद पवार ने वाईएसआर कांग्रेस नेता जगन मोहन रेड्डी, तेलंगाना राष्ट्र समिति नेता के चंद्रशेखर राव और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से बात की है। रिपोर्ट के मुताबिक, अगर विपक्षी दलों को सरकार बनाने का मौका मिलता है तो ऐसे में समर्थन देने के लिए पवार ने केसीआर और नवीन पटनायक को फोन किया था। नवीन पटनायक और केसीआर ने समर्थन देने का वादा किया है।
विपक्ष को एकजुट करने में जुटे पवार और नायडू
बताया जा रहा है कि शरद पवार चंद्रबाबू नायडू के संपर्क में भी हैं। शरद पवार के अलावा चंद्रबाबू नायडू भी विपक्षी नेताओं से मुलाकात करके उन्हें एकजुट करने में जुटे हैं। नायडू ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बसपा प्रमुख मायावती, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी से मुलाकात की। नायडू ने मंगलवार को देर रात कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी और जेडीएस नेता एचडी देवगौड़ा से मुलाकात की। नायडू के प्रमुख प्रतिद्वंदी जगन रेड्डी से अभी पवार की बातचीत नहीं हो पाई।
सूत्रों ने बताया कि एनसीपी प्रमुख उनसे संपर्क नहीं कर पाए, क्योंकि वह यात्रा कर रहे हैं। नवीन पटनायाक से जुड़े सूत्रों ने खुलासा किया कि उन्हें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने फोन किया था। बताया जाता है कि कमलनाथ और नवीन पटनायक एक दूसरे को दून स्कूल से जानते हैं। नवीन पटनायक को लेकर माना जाता है कि वह कांग्रेस और भाजपा दोनों के नेतृत्व वाले गठबंधन से दूरी बनाए रखना चाहते हैं लेकिन सूत्रों का मानना है कि इस समय बीजद उनका समर्थन करेगी।
बता दें कि 543 सदस्यों वाली लोकसभा में आंध्र प्रदेश से 25 सांसद, तेलंगाना से 17 और ओडिशा से 21 सांसद चुनकर आते हैं।