महागठबंधन में दरार की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने उनके आवास 12, तुगलक लेन पहुंचे। दोनों की मुलाकात करीब आधा घंटे चली। इस दौरान कांग्रेस नेता सीपी जोशी भी मौजूद थे। माना जा रहा है कि नीतीश और राहुल के बीच बिहार के ताजा राजनीतिक हालात और महागठबंधन के भविष्य पर चर्चा हुई।
नीतीश कुमार ने आज जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव से भी मुलाकात की है। शरद यादव बिहार में महागठबंधन तोड़ने के पक्ष में नहीं है और काफी दिनों से विपक्ष को लामबंद करने में जुटे हैं। आज शाम नीतीश कुमार राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से आयोजित विदाई भोज में भी शामिल होंगे। यह कार्यक्रम हैदराबाद हाउस में रखा गया है, जिसमें शामिल होने वाले नीतीश कुमार विपक्षी दल के संभवत: अकेले मुख्यमंत्री होंगे।
विपक्षी एकता को झटका दे चुके हैं नीतीश
बिहार में नीतीश कुमार की सरकार कांग्रेस और आरजेडी के समर्थन से चल रही है। लेकिन उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद महागठबंधन पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। मीडिया के एक हिस्से में नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। राष्ट्रपति चुनाव में नीतीश के विपक्षी उम्मीदवार मीरा कुमार के बजाय एनडीए के रामनाथ कोविंद को समर्थन देने से भी इन कयासों को बल मिला है। नीतीश का यह कदम इसलिए भी हैरान करने वाला था क्योंकि विपक्ष को एकजुट करने की मुहिम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनकी मुलाकात के बाद ही शुरू हुई थी। लेकिन बाद में वह विपक्षी दलोंं के नेताओं की बैठक में भी शामिल नहीं हुए।
नीतीश कुमार पर छवि बचाने का दबाव
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी और जमीन घोटाले में तेजस्वी यादव का नाम आने के बाद महागठबंधन पर संकट पैदा हो गया है। नीतीश कुमार पर अपनी साफ छवि को बचाने रखने का दबाव है। गत मंगलवार को बिहार कैबिनेट की बैठक के बाद नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बीच अलग से बैठक हुई थी। इस दौरान दोनों के बीच करीब 40 मिनट तक बातचीत हुई।
राहुल की पहल पर बंद हुई नीतीश के खिलाफ बयानबाजी
इससे पहले बिहार के कांग्रेसी और जदयू नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोपों का सिलसिला शुरू हो गया था, जो राहुल गांधी के हस्तक्षेप के बाद थमा है। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि महागठबंधन को बचाए रखने के लिए राहुल गांधी पूरे प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने फोन पर भी नीतीश कुमार से बात की थी। कांग्रेस आलाकमान ने बिहार के मामलों पर अपने नेताओं को अनावश्यक बयानबाजी और छींटाकशी से बचने को कहा है। आज नीतीश कुमार और राहुल गांधी की मुलाकात को महागठबंधन के भविष्य और विपक्ष की एकता के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उल्लेखनीय है कि उप राष्ट्र्रपति चुनाव में नीतीश कुमार ने विपक्षी उम्मीदवार गोपाल कृष्ण गांधी को समर्थन देने का ऐलान किया है।