राज्य में कांग्रेस के 21 असंतुष्ट विधायकों ने कहा कि वे अब भी कांग्रेस में हैं और वे पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा उपाध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ नहीं हैं, वे तुकी के कामकाज और शैली के खिलाफ हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा राजनीतिक संकट के लिए वरिष्ठ पार्टी नेता वी नारायणसामी जिम्मेदार हैं। विद्रोही गुट के प्रवक्ता और विधायक पासंग दोर्जी ने कहा, हम कांग्रेस के विधायक हैं। हम कांग्रेस सरकार चाहते हैं न कि भाजपा सरकार। हम पार्टी आलाकमान के खिलाफ नहीं हैं। अगर तुकी को नेतृत्व से हटा दिया जाए, तो हर चीज का समाधान हो जाएगा और इटानगर में कांग्रेस सरकार बन जाएगी। उन्होंने कहा कि विद्रोही महीनों से सोनिया और राहुल से मिलने की प्रतीक्षा कर रहे हैं लेकिन कामयाबी नहीं मिली।
दोर्जी ने कहा, लेकिन अगर कांग्रेस नेतृत्व हमारी शिकायतों को सुनने पर सहमत हो जाता है तो हम उनसे खुशी-खुशी मिल लेंगे। यह राज्य में पार्टी मामलों के प्रभारी कांग्रेस नेता नारायणसामी हैं जो बाधाएं खड़ी कर रहे हैं। वह कांग्रेस अध्यक्ष और उपाध्यक्ष से मुलाकात नहीं होने देने के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस के असंतुष्ट इस प्रदेश में अगली सरकार बनाने के लिए भाजपा का समर्थन करेंगे, दोर्जी ने कहा कि यह सवाल ही नहीं पैदा होता क्योंकि उनके समूह के पास ज्यादा विधायक हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे पास 21 विधायक हैं जबकि भाजपा के पास 11 विधायक हैं। दो निर्दलीय विधायक भी हैं। हम किसी से भी समर्थन लेने को तैयार हैं क्योंकि यह कांग्रेस नीत सरकार होगी। उन्होंने दावा किया कि 60 सदस्यीय विधानसभा में तुकी को सिर्फ 26 विधायकों का समर्थन है। यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा किसी कांग्रेसनीत सरकार को समर्थन देगी, जैसा वह दावा कर रहे हैं, दोर्जी ने कहा कि अरूणाचल प्रदेश के हित में भाजपा कांग्रेस के विद्रोही गुट को समर्थन देने के लिए तैयार हो जाएगी। उन्होंने कहा कि हम सब प्रदेश का विकास चाहते हैं। भाजपा भी प्रदेश का विकास चाहती है। ऐसे में, वे क्यों नहीं हमें समर्थन देंगे।