भीमा-कोरेगांव हिंसा को लेकर सियासी आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने खुद के खिलाफ हिंसा भड़काने को लेकर दर्ज हुए केस को राजनीतिक साजिश करार दिया है। प्रेस कांन्फ्रेंस कर उन्होंने कहा है, "मेरे भाषण का एक भी शब्द भड़काऊ नहीं था, मुझे टार्गेट किया जा रहा है। मेरे भाषण का कोई हिस्सा उत्तेजक या भड़काने वाला नहीं था।"
Not even a single word of my speech was inflammatory, I am just being targeted. No part of my speech was provocative or inflammatory: Jignesh Mewani, Gujarat MLA #BhimaKoregaonViolence pic.twitter.com/DyI6TKaqvS
— ANI (@ANI) January 5, 2018
उन्होंने कहा कि संघ परिवार और भाजपा के सदस्यों ने उनकी छवि को धूमिल करने और उन्हें निशाना बनाने के लिए बचकाना प्रयास किया है।
गुजरात से विधायक मेवाणी ने कहा, “यह गुजरात के परिणामों के बाद किया जा रहा है क्योंकि उनके भीतर 2019 को लेकर भय का भाव है।”
Members of Sangh Parivar & BJP made a childish attempt to tarnish my image & target me, it is an after effect of the Gujarat results & it is also because they have a sense of fear about 2019: Jignesh Mewani on FIR against him #BhimaKoregaonViolence pic.twitter.com/PmfyLUa63U
— ANI (@ANI) January 5, 2018
गौरतलब है कि भीमा-कोरेगांव हिंसा के मामले में महाराष्ट्र पुलिस ने जिग्नेश मेवाणी और जेएनयू के छात्रनेता उमर खालिद पर सेक्शन 153(A), 505, 117 के तहत पुणे में एफआईआर दर्ज की गई है। इन दोनों पर पुणे में हुए कार्यक्रम के दौरान भड़काऊ भाषण देने का आरोप है।