गौरतलब है कि शिवसेना सांसद राहुल शेवाले ने कहा था कि भाजपा पहले अपने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शाह की संपत्ति घोषित करे। बाद में शिवसेना पक्ष प्रमुख ठाकरे की संपत्ति को लेकर सवाल खड़े करे। शिवसेना की इस चुनौती को स्वीकार करते हुए प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता माधव भंडारी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शाह की संपत्ति का विवरण जारी किया। हालांकि इसके लिए 2012 में गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग को दिए गए शाह के हलफनामा का इस्तेमाल किया गया। भंडारी ने कहा कि शाह ने साल 2012 में गुजरात विधानसभा का चुनाव लड़ा था। चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे में शाह ने 11 करोड़ 77 लाख 68 हजार 785 रुपये की संपत्ति घोषित की थी। जबकि 2007 के विधानसभा चुनाव में उनकी संपत्ति 5 करोड़ 57 लाख 23 हजार 561 रुपये थी। भंडारी ने कहा कि भाजपा ने शाह की संपत्ति घोषित कर दी है। अब शिवसेना अपने पक्ष प्रमुख ठाकरे की संपत्ति घोषित करे। भंडारी ने कहा कि मैं उद्धव को संपत्ति जारी करने के लिए कोई समय सीमा नहीं देता। दूसरी ओर, शिवसेना सांसद शेवाले ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार में हिम्मत है तो उद्धव और उनके परिवार के लोगों की संपत्ति की जांच कराए। शेवाले ने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों जगहों पर भाजपा की सरकार है। आयकर विभाग के पास देश के सभी नागरिकों कि संपत्ति की जानकारी होती है। भाजपा चाहे ठाकरे परिवार की संपत्ति के बारे में पता लगा ले। शेवाले ने कहा कि उद्धव के पास कोई बेनामी संपत्ति नहीं है और ही कोई उनकी कोई फर्जी कंपनी है। उन्होंने कहा कि भाजपा उद्धव को बदनाम करने के लिए उनकी छवि धूमिल कर रही है। |