सूत्रों का कहना है कि भाजपा ने 2016 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी अभी से शुरू कर दी है। इसके लिए चुनाव प्रबंधन समिति भी गठित की गई है जिसका अध्यक्ष सोनोवाल को बनाया गया है। वहीं भट्टाचार्य को नई जिम्मेदारी सौंपी गई है और अब वह पूर्वोत्तर क्षेत्र में पार्टी के प्रवक्ता की भूमिका निभाएंगे।
समझा जाता है कि असम में कांग्रेस और असम गण परिषद (एजीपी) के नेताओं का भाजपा में शामिल होने की घटनाएं बढ़ने लगी हैं और इसलिए भाजपा में गुटबाजी चरम पर है। इस लिहाज से सभी नेताओं को एकजुट कर चुनाव प्रचार की तैयारी के लिए सोनोवाल को उपयुक्त नेता माना जा रहा है। हाल ही में सोशल नेटवर्किंग साइट पर तेजपुर से लोकसभा सांसद आर. पी. शर्मा और भट्टाचार्य के बीच तीखी बहस-प्रतिक्रिया हुई थी। लेकिन अब सोनोवाल के प्रदेश अध्यक्ष बनने से शर्मा भी खुश नजर आ रहे हैं। अपनी इस नई भूमिका में सोनोवाल को सुनिश्चित करना होगा कि पार्टी प्रदेश की जनता तक पहुंच बना रही है।