दिल्ली में आम आदमी पार्टी से गठबंधन को लेकर बने असमंजस के बीच मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सकारात्मक संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि गठबंधन के लिए रास्ते खुले हुए हैं। देश भर में गठबंधन को लेकर पार्टी का रूख लचीला है।
मीडिया के बातचीत में उन्होंने कहा कि गठबंधन को लेकर कोई भ्रम नहीं है। वास्तव में इस मुद्दे पर स्थिति बहुत साफ है। हमने देशभर में गठबंधन किया है। उन्होंने इस बात से भी इनकार किया कि कांग्रेस देश के किसी राज्य में गठजोड़ करने में सक्षम नहीं है। पार्टी ने महाराष्ट्र, बिहार, झारखंड, तमिलनाडु और कुछ अन्य राज्यों में समान विचारधारा वाले दलों के साथ गठबंधन किया है। उन्होंने कहा कि बिहार में हमारा गठबंधन है, झारखंड में हमारा गठबंधन है, तमिलनाडु में हमारा गठबंधन है, महाराष्ट्र में हमारा गठबंधन है।
काफी समय से बनी है उहापोह की स्थिति
दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन पर काफी समय से उहापोह की स्थिति कायम है। कभी हां, कभी ना के बीच मंगलवार को फिर आप-कांग्रेस गठबंधन को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के घर पर अहम बैठक थी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बैठक बुलाई थी। राहुल के घर पर सुबह हुई इस बैठक में दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित और दिल्ली कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको भी मौजूद थे। दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन की कवायद अब भी चल रही है।
कांग्रेस में नहीं है एक राय
आम आदमी पार्टी मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को को हराने के लिए सातों सीटों पर कांग्रेस को कई बार गठबंधन का न्योता दे चुके हैं। वहीं, कहा जा रहा है कि दिल्ली की 7 सीटों पर गठबंधन के लिए कांग्रेस पार्टी के अंदर एक राय नहीं है।
कुछ दिनों पहले राहुल गांधी के साथ हुई बैठक में शीला दीक्षित खेमे ने जहां एक इसके विरोध में राय रखी थी, वहीं पीसी चाको-अजय माकन गुट ने खुलकर गठबंधन की पैरवी की थी। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर पेच फंसा है, जिसे सुलझाने की काफी दिनों से कोशिश की जा रही है।