पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले आए एग्जिट पोल से विपक्षी पार्टियां काफी उत्साहित हैं। यही कारण है शीतकालीन सत्र से पहले विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर होने की तैयारियों में जुटा है। सोमवार को अगले वर्ष प्रस्तावित लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ ‘महागठबंधन’ पर चर्चा करने के लिए शीर्ष विपक्षी नेताओं की बैठक हो रही है। इस बैठक में कुल 17 पार्टियां शामिल हो रही हैं। पहले इसमें 19 पार्टियों के शामिल होने की उम्मीद थी लेकिन बसपा और सपा का कोई प्रतिनिधि बैठक में नहीं पहुंचा। बैठक दिल्ली के पार्लियामेंट हाउस एनेक्सी में हो रही है। बैठक में शामिल होने के लिए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, पीडीपी नेता फारुख अब्दुल्ला, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, एमके स्टालिन शामिल हुए।
यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बैठक मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनाव के नतीजों के ऐलान और संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से एक दिन पहले होगी। तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चन्द्रबाबू नायडू बैठक का समन्वय कर रहे है। उन्होंने सभी गैर-भाजपा दलों के नेताओं को आमंत्रित किया है। कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी के भी बैठक में भाग लेने की उम्मीद है। बैठक के दौरान विपक्ष के संसद के शीतकालीन सत्र के लिए एक संयुक्त रणनीति बनाये जाने की भी उम्मीद है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, एक सूत्र ने कहा,‘‘बैठक का मुख्य एजेंडा एक गैर-भाजपा मोर्चा बनाने के लिए भविष्य की कार्रवाई तय करना है।’’
राफेल सौदे, नोटबंदी और जीएसटी मुद्दे पर होगी चर्चा
सूत्रों ने बताया कि संसद भवन सौंध में होने वाली बैठक के दौरान विपक्षी दल सरकारी विधेयकों, राफेल सौदे और किसानों से संबंधित मुद्दों पर अपने रुख पर चर्चा कर सकते हैं।
राकांपा नेता डी पी त्रिपाठी ने कहा,‘‘महंगाई, नोटबंदी और जीएसटी के दुष्प्रभाव, बेरोजगारी आदि बैठक के एजेंडे में होंगे।’’