जनसत्ता के वेब संस्करण के अनुसार गुजरात के पूर्व भाजपा विधायक यतीन ओझा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखे खत में यह दावा किया है। ओझा ने पिछले दिनों भाजपा छोड़ दी थी और अब वे आम आदमी पार्टी से जुड़ गए हैं। केजरीवाल को लिखे खत में ओझा ने आरोप लगाया कि शाह और ओवैसी के बीच समझौते के तहत तय किया गया कि ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुसलतीन बिहार के मुस्लिम बहुल इलाकों में उम्मीदवार खड़े करेगी। ओझा ने लिखा, यह फैसला भी किया गया कि ओवैसी भड़काऊ साम्प्रदायिक बयान देंगे। इन बयानों को अमित शाह तैयार करेंगे। इससे वोटों का ध्रुवीकरण हो जाएगा।
इस पूरे मसले पर असदुद्दीन ओवैसी के छोटे भाई अकबरुद्दीन ने अमित शाह से उनके घर पर गुप्त मुलाकात की थी। बताया जा रहा है कि ओझा ने हाल ही में केजरीवाल की गुजरात यात्रा के दौरान उनसे मुलाकात भी की।
गौर हो कि बिहार चुनावों में भाजपा ने जीतनराम मांझी की हिंदुस्तान अवामी मोर्चा और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी से गठबंधन किया था। जदयू, राजद और कांग्रेस ने मिलकर महागठबंधन के रूप में चुनाव लड़ा था।वहीं ओवैसी की पार्टी ने केवल सीमांचल में ही उम्मीदवार उतारे थे लेकिन उसके प्रत्याशी जीतना तो दूर टक्कर भी नहीं दे पाए थे।