गौरतलब है कि उत्तराखंड में निवर्तमान मुख्यमंत्री हरीश रावत को बहुमत साबित करने के लिए अदालत ने 10 मई का दिन निर्धारित किया था लेकिन इस बीच स्टिंग आॅपरेशन में फंसे रावत को लेकर चर्चाए शुरु हो गई कि आलाकमान नेतृत्व में परिवर्तन कर सकता है।
इंदिरा हृदयेश के इस बयान के बाद से उनके समर्थकों का उत्साह बढ़ गया हैं सूत्र बता रहे हैं कि प्रदेश में अगर राष्ट्पति शासन के बाद अगर कांग्रेस सरकार बनाती है तो नेतृत्व परिवर्तन हो सकता है। क्योंकि विधायकों की खरीद फरोख्त में रावत का नाम सामने आया है और इस मामले की सीबीआई जांच भी चल रही है। इस बीच खबर यह भी है कि रावत अपने समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री बने रहने के लिए जोर आजमाइश कर रहे है।
जरूरी नहीं हरीश रावत ही हों फिर मुख्यमंत्री
उत्तराखंड में मचे सियासी घमासान के बीच कांग्रेस की वरिष्ठ नेता इंदिरा हृदयेश ने कहा कि आलाकमान तय करेगा कि प्रदेश का मुख्यमंत्री कौन होगा। इंदिरा के इस बयान के बाद से कयास लगाया जा रहा है कि हो सकता है कि प्रदेश में कांग्रेस आलाकमान सत्ता किसी और के हाथ में दे सकती है।
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