कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर लोगों को भय के वातावरण में रख कर भारत पर शासन करने की सोच रखने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, 'लोग ऐसे देश के लिए वोट करेंगे जहां लोगों के मन में भय नहीं हो।'
पूर्व गृह मंत्री ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर उनके उस बयान को लेकर निशाना साधा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस भारत को सुरक्षित नहीं रख सकती। चिदंबरम ने सवाल किया कि 1947,1965 और 1971 के तीन लड़ाइयों में देश को किसने सुरक्षित रखा था?
'विभिन्न वर्गों में है असुरक्षा का भाव'
उन्होंने पूछा, ‘अगर समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों महिलाओं, दलितों, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक, शिक्षाविद, लेखक, पत्रकार आदि असुरक्षित हैं तो भारत को सुरक्षित रखने का क्या मतलब है?’
उन्होंने नोबेल पुरस्कार विजेता रवीन्द्रनाथ ठाकुर की लिखी कविता के भाव को उद्धृत करते हुए कहा, ‘मोदी सोचते हैं कि वह लोगों को भय के वातावरण में रख कर भारत पर शासन कर सकते हैं। लोग एक ऐसे देश के लिए वोट करेंगे ‘जहां मन में भय नहीं हो।‘
'असली मुद्दों पर कब करेंगे बात'
इससे पहले तीसरे चरण के मतदान के बाद कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर कई ट्वीट किए थे। चिदंबरम ने कहा था कि पीएम मोदी अपनी रैलियों में पाकिस्तान को लेकर एक ही बात बार-बार दोहराते हैं। वो हर रैली में एक जैसी बात ही करते हैं, जिसे मैं सुनकर थक गया हूं। कांग्रेस नेता ने पूछा कि क्या चुनाव प्रचार खत्म होने से पहले पीएम मोदी असल मुद्दों पर बात करेंगे।
‘नोटबंदी और जीएसटी पर बात करें मोदी’
चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा था, ‘बड़े मुद्दे हैं, नौकरी, किसानों की परेशानी और कर्ज, सभी समुदायों के लोगों की सुरक्षा। आखिर पीएम मोदी इन मुद्दों पर शांत क्यों हैं?’ उन्होंने कहा कि देश की जनता चाहती है कि पीएम मोदी नोटबंदी, जीएसटी और इससे बर्बाद हुए छोटे उद्योगों पर बात करें। जनता यह भी चाहती है कि पीएम मोदी उन नफरत भरे भाषणों के बारे में बात करें, जो उनकी पार्टी के नेता दे रहे हैं।