याचिका में कहा गया है कि चुनाव आयोग के तय मानकों के मुताबिक पहली शर्त है कि उस दल के चार राज्यों में कम से कम छह फीसदी वोट और लोकसभा में कम से कम चार सीटें हों। अगर पहला मानक पूरा नहीं होता तो वैकल्पिक मानक कहता है कि उस दल को लोकसभा में कम से कम दो फीसद सीटें मिलीं हों।
यानी लोकसभा की कुल सीटों की दो फीसद सीटें होनी चाहिए। तीसरा और आखिरी मानक कहता है कि उस दल को कम से कम चार राज्यों में राज्य स्तरीय पार्टी का दर्जा मिला हो। हरिशंकर जैन का कहना है कि ये तीनों पार्टी ये मानक पूरे नहीं करतीं। अपने तर्क के समर्थन में जैन ने याचिका के साथ पार्टियों को मिली सीटों के आंकड़े भी संलग्न किए हैं। जैन ने तीनों दलों का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा खत्म करने की आयोग से गुजारिश की है।