ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने संभल में जामा मस्जिद के पास पुलिस चौकी के निर्माण कार्य की निंदा की और संभल में 'खतरनाक माहौल' पैदा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जिम्मेदार ठहराया।
ओवैसी ने एक्स पर लिखा, "संभल की जामा मस्जिद के पास बनाई जा रही पुलिस चौकी वक्फ की जमीन पर है, जैसा कि रिकॉर्ड से पता चलता है। इसके अलावा, प्राचीन स्मारक अधिनियम के तहत संरक्षित स्मारकों के पास निर्माण प्रतिबंधित है। नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ संभल में खतरनाक माहौल बनाने के लिए जिम्मेदार हैं।"
इससे पहले सोमवार को ओवैसी ने कहा था कि ऐसे अनुभवजन्य अध्ययन हुए हैं जिनसे स्पष्ट रूप से पता चलता है कि जहां किसी स्थान, मोहल्ले या क्षेत्र में मुसलमानों की संख्या अधिक है, वहां सरकार अस्पताल, स्कूल, कॉलेज आदि जैसी सार्वजनिक सेवाएं प्रदान करने में विफल रही है।
उन्होंने आगे कहा कि डार्टमाउथ कॉलेज और एमआईटी के पॉल लोवोसाद द्वारा हाल ही में एक अध्ययन किया गया है, जिसमें स्पष्ट रूप से दिखाया गया है कि सरकारों ने, विशेषकर भाजपा सरकार ने, सार्वजनिक सेवाएं प्रदान न करने में कितना भेदभाव किया है।
उन्होंने मुस्लिम महिलाओं में स्कूल छोड़ने की चिंताजनक दर, कम साक्षरता दर, मुस्लिम समुदाय में स्नातकों की सीमित संख्या तथा चिकित्सा संबंधी गंभीर मुद्दों पर भी प्रकाश डाला।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद के पास खाली मैदान में पुलिस चौकी बनाने का काम चल रहा है। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निर्माण स्थल के पास रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) तैनात की गई है।
इस बीच, संभल के सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) श्रीश चंद्र ने सोमवार को कहा कि संभल में जामा मस्जिद के पास पुलिस चौकी का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है और कुछ ही दिनों में बनकर तैयार हो जाएगा।
यह घटनाक्रम पिछले महीने मुगलकालीन मस्जिद के भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा किए गए सर्वेक्षण के दौरान क्षेत्र में हुई हिंसा के बाद हुआ है, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी और पुलिस तथा स्थानीय लोग घायल हो गए थे।