मायावती ने यूपी की राजधानी लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘आश्चर्य की बात यह है कि सीमापार से लगातार आतंकी हमलों से हो रहे जानमाल के भारी नुकसान को रोक पाने की असफलताओं को छुपाने और अपनी कमजोरियों से लोगों का ध्यान बंटाने के लिए अब पाकिस्तान को गरीबी, बेरोजगारी और अशिक्षा के खिलाफ जंग लड़ने की सलाह दी जा रही है’।
उन्होंने कहा कि साथ ही इस बारे में पाकिस्तान की जनता को भी सलाह दी जा रही है जबकि इनकी यह बयानबाजी वास्तव में दूसरों को नसीहत, खुद की फजीहत के बहुप्रचलित मुहावरे को चरितार्थ करती है।
मायावती ने कहा कि पाकिस्तान सरकार और वहां की जनता को कोरी सलाह देने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए कि उनके पिछले ढाई साल के शासन के दौरान गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, अशिक्षा के साथ साथ जनहित और जन कल्याण के मामले में भी इनका (मोदी सरकार का) रिकॉर्ड काफी ज्यादा खराब रहा है।
इस दौरान बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने मोदी सरकार पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि, कांग्रेस की तरह केन्द्र सरकार भी विफल रही है और केन्द्र सरकार आतंकी घटनाओं पर लगाम नहीं लगा पा रही है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का रिकॉर्ड कई मामलों में काफी खराब रहा है।
मायावती ने कहा कि, केन्द्र सरकार का कार्यकाल अबतक विफल रहा है। केन्द्र सरकार मुस्लिम और ईसाई समाज की विरोधी है। जम्मू कश्मीर में पिछले 3 महीने से हालात बहुत खराब हैं।
केवल इतना ही नहीं इस दौरान उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार से कोई उम्मीद करना खुद को धोखा देना है। यूपी और पंजाब की जनता चाहती है कि पीएम मोदी कोई नए वादे न करें बल्कि पहले पुराने वादे पूरे करके दिखाएं।
मायावती ने कहा कि, पीएम नरेंद्र मोदी पाकिस्तान मामले में जनता को गुमराह कर रहे हैं। जवानों की शहादत पर भी केन्द्र सरकार लोगों को गुमराह कर रही है। पीएम मोदी का रिकॉर्ड खराब रहा है. वह पाकिस्तान को सलाह न दें।
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि, पीएम मोदी पूंजीपतियों के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने अपने चहेते उद्योगपतियों के लिए प्रचार-प्रसार भी शुरू किया औऱ भारत की समस्याओं को पाकिस्तान से जोड़ दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी दिल्ली, बंगाल, बिहार और केरल में बुरी तरह हारी और अब आगे भी उसका यही हाल होगा।