Advertisement

"परिवार अगर पुराने घर से नए घर जाता है तो...", संसद के विशेष सत्र में भावुक होकर बोले पीएम मोदी

लोकसभा और राज्यसभा में सोमवार से पांच दिवसीय विशेष संसद सत्र का शुभारंभ हो गया। पुराने संसद भवन के...

लोकसभा और राज्यसभा में सोमवार से पांच दिवसीय विशेष संसद सत्र का शुभारंभ हो गया। पुराने संसद भवन के भीतर संसद के विशेष सत्र में संबोधन देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भावुक होते हुए कहा कि परिवार अगर पुराने घर से नए घर जाता है तो बहुत सी यादें झकझोर देती हैं। उन्होंने बतौर सांसद अपने शुरुआती दिनों को भी याद किया।

पीएम मोदी ने लोकसभा में अपने भाषण में कहा, "देश की 75 वर्षों की संसदीय यात्रा इसका एक बार पुनः स्मरण करने के लिए और नए सदन में जाने से पहले उन प्रेरक पलों को, इतिहास की महत्वपूर्ण घड़ी को स्मरण करते हुए आगे बढ़ने का यह अवसर है। हम सब इस ऐतिहासिक भवन से विदा ले रहे हैं। आज़ादी के पहले यह सदन इंपीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल का स्थान हुआ करता था। आज़ादी के बाद इसे संसद भवन के रूप में पहचान मिली।"

उन्होंने कहा, "यह सही है कि इस इमारत(पुराने संसद भवन) के निर्माण करने का निर्णय विदेश शासकों का था लेकिन यह बात हम न कभी भूल सकते हैं और हम गर्व से कह सकते हैं इस भवन के निर्माण में पसीना मेरे देशवासियों का लगा था, परिश्रम मेरे देशवासियों का लगा था और पैसे भी मेरे देश के लोगों के थे।"

गौरतलब है कि 19 सितंबर से सदन की कार्यवाही नए भवन में शिफ्ट हो जायेगी। इस पर पीएम ने कहा,"इस सदन से विदाई लेना एक बेहद भावुक पल है, परिवार भी अगर पुराना घर छोड़कर नए घर जाता है तो बहुत सारी यादें उसे कुछ पल के लिए झकझोर देती है और हम यह सदन को छोड़कर जा रहे हैं तो हमारा मन मस्तिष्क भी उन भावनाओं से भरा हुआ है और अनेक यादों से भरा हुआ है। उत्सव-उमंग, खट्टे-मीठे पल, नोक-झोंक इन यादों के साथ जुड़ा है।"

प्रधानमंत्री ने कहा, "इस 75 वर्ष की हमारी यात्रा ने अनेक लोकतांत्रिक परंपराओं और प्रक्रियाओं का उत्तम से उत्तम सृजन किया है और इस सदन में रहे प्रत्येक व्यक्ति ने सक्रियता से योगदान भी दिया है और साक्षी भाव से उसे देखा भी है। हम भले नए भवन में जाएंगे लेकिन पुराना भवन यानि यह भवन भी आने वाली पीढ़ियों को हमेशा प्रेरणा देता रहेगा।"

"मैं पहली बार जब संसद का सदस्य बना और पहली बार एक सांसद के रूप में इस भवन में जब मैंने प्रवेश किया तो सहज रूप से इस सदन के द्वार पर अपना शीश झुकाकर अपना पहला क़दम रखा था, वह पल मेरे लिए भावनाओं से भरा हुआ था। मैं कभी सोच भी नहीं सकता था कि रेलवे प्लेटफॉर्म पर रहने वाला एक गरीब परिवार का बच्चा कभी संसद में प्रवेश कर पाएगा। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे लोगों से इतना प्यार मिलेगा।"

जी20 की सफ़लता को लेकर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के बधाई संदेश पर पीएम मोदी ने कहा, "आज आपने एक स्वर से जी-20 की सफलता की सराहना की है। मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं। जी-20 की सफलता देश के 140 करोड़ नागरिकों की सफलता है। यह भारत की सफलता है, किसी व्यक्ति या पार्टी की नहीं। यह हम सभी के लिए जश्न मनाने का विषय है।"

सोमवार से शुरू हो रहे पांच दिवसीय सत्र के दौरान, 19 सितंबर को संसदीय कार्यवाही को पुराने भवन से नए भवन में शिफ्ट किया जाएगा। रविवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने नए संसद भवन के "गज द्वार" पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि संसद का विशेष सत्र 18 से 22 सितंबर तक चलेगा।

केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने नेताओं के साथ साझा किया कि 19 सितंबर, 2023 को सुबह 10.00 बजे से 10.45 बजे तक एक फोटो सत्र होगा, इसके बाद सुबह 11.00 बजे सेंट्रल हॉल में एक समारोह शुरू होगा, जिसमें उपराष्ट्रपति/सभापति, राज्यसभा, प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष, राज्यसभा में सदन के नेता, संसदीय कार्य मंत्री, राज्यसभा में विपक्ष के नेता और लोकसभा में सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता और दोनों सदनों के सदस्य शामिल होंगे।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad