कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने नाराज होकर शुक्रवार को पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। वह कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता और पार्टी के मीडिया सेल की संयोजक थी। उन्होंने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेज दिया है। वहीं, इसके बाद उन्होंने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में शिवसेना का दामन थाम लिया।
भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मेरा कभी मन परिवर्तन नहीं हुआ है। बचपन से ही मेरे मन में शिवसेना को लेकर सम्मान रहा है।
आत्मसम्मान के लिए छोड़ी कांग्रेस
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि मैंने आत्मसम्मान के लिए पार्टी छोड़ी। टिकट के सवाल पर उन्होंने कहा कि बेशक मथुरा से उनका जुड़ाव रहा है लेकिन कभी मथुरा से टिकट नहीं मांगा।
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि मैंने 10 साल में कांग्रेस से कुछ नहीं मांगा था। सेवा भाव से जुड़ी थी। पार्टी ने जो भी जिम्मेदारी दी, मैंने निभाया। मैं मुद्दों की लड़ाई लड़ती रही हूं। महिला सम्मान भी मेरे लिए अहम मुद्दा रहा है।
इस्तीफे में लगाए कई आरोप
राहुल गांधी को लिखे अपने दो पन्नों के इस्तीफे में प्रियंका ने पार्टी पर कई आरोप लगाए हैं। उन्होंने लिखा, ‘मैं भारी मन से यह इस्तीफा लिख रही हूं। मैंने 10 साल पहले मुंबई के यूथ कांग्रेस की सदस्य के तौर पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ज्वाइन की थी। पिछले कुछ हफ्तों में मुझे कई चीजों से ऐसा महसूस हुआ कि पार्टी में मेरी और मेरे कामों को महत्व नहीं दिया जा रहा है। मुझे इस बात का दुख है कि एक तरफ पार्टी महिलाओं की सुरक्षा, मान-मर्यादा और सशक्तीकरण की बात करती है और दूसरी तरफ पार्टी के कुछ सदस्यों का आचरण ठीक इसके उलट है।'
मथुरा घटना को लेकर की थी नाखुशी जाहिर
इससे पहले ट्विटर पर उन्होंने मथुरा घटना को लेकर खुलकर अपनी नाखुशी जाहिर की थी। उन्होंने लिखा, 'बड़े ही दुख की बात है कि पार्टी मारपीट करने वाले कार्यकर्ताओं वरीयता देती है, बजाय जो खून पसीने के साथ काम करते हैं। पार्टी के लिए मैंने अभद्र भाषा से लेकर हाथापाई तक झेली, लेकिन फिर भी जिन लोगों ने मुझे पार्टी के अंदर धमकी दी, उन पर कोई भी ठोस कार्रवाई नहीं हुई। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं।'
कार्रवाई पर जताई थी नाराजगी
प्रियंका के साथ पिछले दिनों मथुरा में राफेल डील को लेकर हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अभद्र व्यवहार किया था, जिस पर यूपी कांग्रेस ने संज्ञान लिया था लेकिन बाद में घटना पर खेद जताने पर कार्यकर्ताओं पर की गई कार्रवाई निरस्त कर दी गई। इसे लेकर पिछले दिनों सार्वजनकि तौर पर उन्होंने नाराजगी भी जताई थी।
Congress Spokesperson Priyanka Chaturvedi has removed 'AICC National Spokesperson' from her twitter bio pic.twitter.com/xIWvtwRaVi
— ANI (@ANI) April 19, 2019