भाजपा ने मुजफ्फरनगर दंगों को लेकर भी आजम खान पर निशाना साधा और कहा कि वह वोट बैंक की राजनीति में नई नीचाई पर पहुंच गये हैं। आजम के बयान अखिलेश सरकार की नाकामियों को छिपाने और लोगों को बांटने की जानबूझकर की जा रही कोशिश है। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा, आजम खान को या तो अपने आरोपों को साबित करना चाहिए या अखिलेश यादव को प्रधानमंत्री के खिलाफ एेसे दुर्भावनापूर्ण और बेबुनियाद आरोपों के लिए माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा, मुजफ्फरनगर के दंगे आजम खान की देन थे। उनके दबाव में ही उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुजफ्फरनगर में छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। इस निष्क्रियता ने दंगों के बीज बोए जिसने सांप्रदायिक रंग ले लिया। शर्मा ने कहा, सभी जांचों ने मुजफ्फरनगर दंगों में आजम खान की भूमिका को उजागर किया है। उनके ताजा बयान तुष्टीकरण और वोट बैंक की राजनीति के लिए समाज को विभाजित करने तथा उत्तर प्रदेश में अखिलेश सरकार की नाकामियों को छिपाने की एक और कोशिश हैं।
भाजपा नेता ने अखिलेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कम आयु और इंजीनियरिंग की शिक्षा प्राप्त करने के बावजूद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने पिता मुलायम सिंह और कट्टरपंथी नेता आजम खान की तुष्टीकरण की छवि से मुक्ति दिलाने में असमर्थ रहे हैं।