आम आदमी पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के चुनावी राज्य पंजाब के दो दिवसीय दौरे के समापन के एक दिन बाद, पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह ने विधानसभा चुनाव से पहले सियासी दलों द्वारा किए जा रहे चुनावी वादों पर सवाल उठाया है। इस दौरान उन्होंने अपनी पार्टी को भी नहीं छोड़ा।
हिंदुस्तान के मुताबिक उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की ओर से केबल टीवी शुल्क को 100 रुपये प्रति माह करने का ऐलान व्यावहारिक रूप से संभव नहीं था, क्योंकि ट्राई ने 130 रुपये की दर तय की थी। हालांकि, उन्होंने कहा कि चन्नी का प्रदर्शन पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से बेहतर है।
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, "2017 में, मैंने केबल माफिया के एकाधिकार को खत्म करने और लोगों को सस्ता केबल कनेक्शन प्रदान करने के लिए पंजाब एंटरटेनमेंट टैक्स बिल को कैबिनेट में पेश किया।" पीसीसी प्रमुख ने कहा कि उनका पंजाब मॉडल "नीति आधारित" था और इसका लक्ष्य एकाधिकार से राहत प्रदान करना था। उन्होंने कहा, "सोप्स सरकारी खजाने को खाली कर देंगे और आजीविका को समाप्त कर देंगे।"
वहीं सिद्धू ने प्रति महिला एक हजार रुपये देने के ऐलान को लेकर आप नेता अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "एक साधारण गणना यह उजागर करेगी कि यह व्यावहारिक है या नहीं। उदाहरण के लिए, 26 लाख नौकरियां उपलब्ध कराने का अर्थ 93,000 करोड़ रुपये का खर्च होगा, प्रति महिला 1,000 रुपये देने पर 12,000 करोड़ रुपये और दो किलोवाट मुफ्त बिजली आपूर्ति पर 3,600 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इन सभी मुफ्त सुविधाओं को एक साथ लेने पर 1.10 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे। पंजाब का कुल बजट 72,000 करोड़ रुपये है। बाकी पैसा कहां से लाएंगे केजरीवाल?''
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली और पंजाब में बहुत फर्क है। दिल्ली एक आत्मनिर्भर राज्य है जबकि पंजाब पर 7 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है।