कर्ज में डूबी आईएल एंड एफएस को एलआईसी की ओर से कथित वित्तीय मदद के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि क्या प्रधानमंत्री को ‘‘वित्तीय घोटालों से प्रेम’’ है।
गांधी ने ट्विटर पर लिखा कि भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) देश के भरोसे का प्रतीक है और लोग एक-एक रुपया जोड़कर इसकी पॉलिसी लेते हैं।
उन्होंने हिंदी में ट्वीट किया, ‘‘मोदीजी, आपकी चहेती निजी कंपनी आईएलएफएस डूबने वाली है। आप एलआईसी का पैसा लगाकर उसे बचाना चाहते हो। क्यों?’’
गांधी ने कहा, ‘‘एलआईसी देश के भरोसे का प्रतीक है और लोग एक-एक रुपया जोड़कर इसकी पॉलिसी लेते हैं। उनके पैसे से जालसाजों को क्यों बचाते हो?’’
उन्होंने यह भी लिखा, ‘‘कहीं आपके लिए आईएलएफएस का मतलब ‘आई लव फाइनेंशियल स्कैम्स’ (मुझे वित्तीय घोटालों से प्रेम है) तो नहीं है।’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने हिंदी में ही एक और ट्वीट में लिखा कि 2007 में मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो इन्फ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेस (आईएल एंड एफएस) को 70 हजार करोड़ रुपये की परियोजना ‘गिफ्ट सिटी’ दी जिसमें आज तक कुछ काम नहीं हुआ। इसमें जालसाजियां सामने आई हैं।
उन्होंने कहा कि 2018 में प्रधानमंत्री मोदी कर्जदार आईएल एंड एफएस को एलआईसी और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में लगे जनता के पैसे से 91 हजार करोड़ की बेलआउट दे रहे हैं।
गांधी ने कहा, ‘‘चौकीदार की दाढ़ी में तिनका।’’