कर्नाटक में चल रहे हाई वोल्टेज ड्रामे पर पहली बार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी का बयान आया है। राहुल गांधी ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा है कि भाजपा ऐसे मामलों में धनबल का प्रयोग करती है।
राहुल गांधी ने कहा कि वह राज्य सरकारों को गिराने के लिए धनबल का इस्तेमाल करती है। हम पहले भी यह देख चुके हैं बीजेपी उत्तर-पूर्व के राज्यों में भी ऐसा कर चुकी है।
बता दें कि कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस के कुछ विधायकों के इस्तीफे के बाद बीते कई दिनों से सरकार बचाने की कोशिशें चल रही हैं। कर्नाटक में अब तक कांग्रेस के 10, जेडीएस के 3 विधायकों ने इस्तीफा दिया है। इसके साथ ही 2 निर्दलीय विधायकों ने भी इस्तीफा देकर सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। इनमें उमेश कामतल्ली, बीसी पाटिल, रमेश जारकिहोली, शिवाराम हेब्बर, एच विश्वनाथ, गोपालैया, बी बस्वराज, नारायण गौड़ा, मुनिरत्ना, एसटी सोमशेखर, प्रताप गौड़ा पाटिल और आनंद सिंह शामिल हैं। वहीं, कांग्रेस के निलंबित विधायक रोशन बेग ने भी मंगलवार को इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल होने की बात कही।
इससे पहले अहमदाबाद में एक मानहानि के मामले में आज राहुल गांधी को जमानत मिली, जिसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया कि वो इस बात से खुश हैं कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने उन्हें उनकी वैचारिक लड़ाई को जारी रखने और उसे जनता के बीच ले जाने के लिए एक मंच प्रदान किया है। राहुल यहां अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक से संबंधित मानहानि के मामले के सिलसिले में पहुंचे थे।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, 'मेरे राजनीतिक विरोधियों आरएसएस/भाजपा द्वारा मेरे खिलाफ दायर एक अन्य मामले में पेश होने के लिए मैं आज यहां अहमदाबाद आया हूं।'
उन्होंने आगे कहा कि, 'मैं उन्हें यह मंच प्रदान करने के लिए और यह अवसर प्रदान करने के लिए धन्यवाद देता हूं, जिसके जरिए मैं उनके खिलाफ मेरी वैचारिक लड़ाई को जनता के बीच ले जा सकता हूं।'
फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार कुमारस्वामी, मांगा समय
कुमारस्वामी ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में जो कुछ हुआ, उसके बाद वह अपना बहुमत साबित करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि वह फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं। एचडी कुमारस्वामी ने भरोसा जताया है कि बहुमत अब भी उनके साथ है। उनका कहना था, ‘मैं किसी भी चीज के लिए तैयार हूं। मुझे सत्ता से चिपके रहने का शौक नहीं है।’
बागी विधायकों के इस्तीफे पर फैसला 16 जुलाई तक टला
इससे पहले कर्नाटक मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने राज्य विधानसभा के अध्यक्ष रमेश कुमार को निर्देश दिया है कि वे सत्ताधारी जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन के बागी विधायकों के इस्तीफे या उन्हें अयोग्य घोषित करने पर 16 जुलाई यानी मंगलवार तक कोई फैसला न लें।