महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में प्रवासी मजदूरों की ट्रेन से कुचलने का दर्दनाक हादसा हुआ है। दुर्घटना में 16 मजदूरों की मौत हो गई जबकि दो मजदूर घायल हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रेल मंत्री पीयूष गोयल समेत अन्य नेताओं ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए सरकार पर सवाल भी उठाए हैं। उन्होंने कहा कि हमें अपने राष्ट्र निर्माणकर्ताओं के साथ किये जा रहे व्यवहार पर शर्म आनी चाहिए।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, "मालगाड़ी से कुचले जाने से मजदूर भाई-बहनों के मारे जाने की ख़बर से स्तब्ध हूं। हमें अपने राष्ट्र निर्माणकर्ताओं के साथ किये जा रहे व्यवहार पर शर्म आनी चाहिए। मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।"
लॉकडाउन की सबसे ज़्यादा मार ग़रीबों पर:केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर कहा, ‘औरंगाबाद हादसा बहुत ज़्यादा दुःखद है। कोरोना और लॉकडाउन की सबसे ज़्यादा मार ग़रीबों पर पड़ रही है। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें।’
प्रधानमंत्री ने जताया दुख, रेलमंत्री ने दिए जांच के आदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि औरंगाबाद में हुए रेल हादसे में जिनकी जान गई है, उससे काफी दुख पहुंचा है। पीएम मोदी ने इस हादसे के बारे में रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात की है और स्थिति का जायजा लेने को कहा है। वहीं रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस हादसे में जांच के आदेश दिए हैं। पीयूष गोयल ने ट्वीट कर कहा कि आज सुबह 5:22 बजे नांदेड़ डिवीजन के बदनापुर व करमाड स्टेशन के बीच सोये हुए श्रमिकों के मालगाड़ी के नीचे आने का दुखद समाचार मिला। वहां राहत कार्य जारी है और इन्क्वायरी के आदेश दिये गए हैं। दिवंगत आत्माओं की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना करता हूं।
क्या है मामला?
पुलिस के अनुसार करमाड पुलिस थाना क्षेत्र में आज सुबह यह दुर्घटना हुई जब मजदूर सुबह 5.15 बजे गुड्स ट्रेन की चपेट में आ गए। इस दौरान कम से कम 16 मजदूरों की मौत हो गई। पैदल चलने के कारण थककर बुरी तरह टूट चुके मजदूर रेलवे ट्रैक पर ही सो रहे थे, जब जालना से आ रही ट्रेन ने उन लोगों को कुचल दिया। पुलिस अधिकारी संतोष खेतमलास ने बताया कि जालना की स्टील फैक्ट्री में काम करने ये मजदूर कल रात पैदल अपने घरों के लिए निकले थे। वे करमाड तक आए और थकने के कारण ट्रैक पर ही सो गए। इसी ग्रुप में शामिल तीन लोग सुरक्षित बच गए क्योंकि वे ट्रैक से थोड़ी दूरी पर सो रहे थे।