लोकसभा चुनाव के लिए दूसरे चरण का मतदान शुरू होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को मतदाताओं से ‘न्याय’ के लिए वोट करने की अपील की। उन्होंने कहा कि आज जब वोट करें तो याद रखें कि आप न्याय के लिए वोट कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ' आज जब वोट करें तो याद रखें कि आप न्याय के लिए वोट कर रहे हैं। हमारे बेरोजगार युवाओं के लिए न्याय, हमारे संघर्षरत किसानों के लिए न्याय, उन छोटे कारोबारियों के लिए न्याय जिनके कारोबार नोटबन्दी से तबाह हो गए, उन लोगों के लिए न्याय जिन्हें उनकी जाति या धर्म के कारण प्रताड़ित किया गया।'
कांग्रेस का वादा है ‘न्याय’
कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणापत्र में वादा किया है कि सरकार बनने पर वह न्यूनतम आय योजना (न्याय) के तहत देश के पांच करोड़ गरीब परिवारों को हर साल 72 हजार रुपये देगी।
इन सीटों पर डाले जा रहे हैं वोट
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए मतदान शुरू हो गया है। इस दौरान 12 राज्यों की 95 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। दूसरे चरण में तमिलनाडु की 37, कर्नाटक की 14, महाराष्ट्र की 10, उत्तर प्रदेश की 8, असम, बिहार और ओडिशा की 5-5, छत्तीसगढ़ तथा पश्चिम बंगाल की 3-3, जम्मू कश्मीर की 2 और मणिपुर और पुडुचेरी की एक-एक सीटों पर वोटिंग हो रही है।
वायनाड से राहुल ने बोला था मोदी पर हमला
राहुल गांधी इस बार दो लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं। अमेठी लोकसभा सीट के साथ दक्षिण भारत में केरल के वायनाड सीट से भी वे चुनावी मैदान में हैं। वायनाड सीट भी अमेठी की तरह कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है।
बुधवार को वायनाड लोकसभा सीट से नामांकन दर्ज करने के बाद राहुल गांधी ने केरल के प्रसिद्ध तिरुनेल्ली मंदिर में पूजा अर्चना की। वायनाड में कांग्रेस अध्यक्ष एक जनसभा को भी संबोधित किया। यहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं भारत के प्रधानमंत्री की तरह नहीं हूं, मैं यहां आपसे झूठ बोलने नहीं आया हूं, क्योंकि मैं आपके ज्ञान और समझ का सम्मान करता हूं। मैं यहां एक राजनेता के तौर पर नहीं आया, मैं यहां आपको अपने 'मन की बात' बताने के लिए भी नहीं आया हूं, मैं यहां यह समझने के लिए हूं कि आपके दिल में क्या चल रहा है।
राहुल गांधी ने कहा कि मैं अमेठी के साथ-साथ दक्षिण भारत के लोगों की आवाज उठाने आया हूं। वायनाड की बहनें मुझे अपना भाई समझे, पिता और माता मुझे अपने बेटे की तरह माने। उन्होंने कहा कि मैं इस वायनाड का प्रतिनिधित्व करना चाहता हूं, जो विभिन्न विचारों, संस्कृतियों का प्रतीक है। देश के बाकी लोग भी केरल और वायनाड से सीख सकते हैं।