सोमवार देर रात दबंगों ने सुनपेड़ गांव में एक दलित परिवार के घर में आग लगा दी थी जिससे दो बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि इनके माता-पिता भी बुरा तरह झुलस गए। पीड़ित परिवार के मुखिया जितेंद्र से मिलने के बाद राहुल गांधी कुछ देर दलित समुदाय के लोगों के बीच भी बैठे। इस दौरान राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर गरीबों को दबाने की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि इसी के कारण एेसी घटनाएं होती हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और आरएसएस की सोच है कि अगर कोई कमजोर है तो उसे दबाया जा सकता है। आप जो कुछ देख रहे हैं वह इसी रवैये का नतीजा है। हम चाहते है की ऐसी घटना नहीं हो, और हम इसके लिए लड़ेंगे!
हमलावरों ने कथित रूप से खिड़की से पेट्रोल छिड़क कर जितेंद्र के घर में आग लगा दी थी जिसके कारण उसके ढाई साल के बेटे वैभव और 11 महीने की बेटी दिव्या की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। करीब 70 फीसदी जल चुकी जितेंद्र की पत्नी रेखा को इलाज के लिए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया है जबकि खुद भी परिवार को बचाने के प्रयास में झुलस गया। दोनों बच्चों का आज सफदरजंग अस्पताल में पोस्टमॉर्टम किया जाएगा और इसके बाद दोनों के शव सुनपेड गांव पहुचेंगे।
उधर, इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि लापरवाही बरतने के आरोप में सात पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया है। ये पुलिसकर्मी परिवार की सुरक्षा में तैनात थे। हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर ने पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। इस बीच, घटना से नाराज दलित समुदाय के लोगों ने फरीदाबाद-बल्लभगढ़ बायपास रोड को जाम कर दिया। पीड़ित परिजनों का कहना है कि जब तक सभी 11 आरोपी गिरफ्तार नहीं हो जाते और सभी 7 पुलिसवालों को सजा नहीं हो जाती, तब तक दोनों बच्चों का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
मीडिया पर भी भड़के राहुल
एक संवाददाता के इस सवाल पर कि क्या वह इस मामले पर राजनीति कर रहे हैं, राहुल ने आक्रोशित स्वर में कहा, किसी के यहां आने पर जब कोई एेसा कहता है, तो यह अपमानजनक है। यह मेरे लिए अपमानजनक नहीं है। यह इन लोगों के लिए अपमानजनक है। फोटो खिंचवाने का मौका क्या होता है? आपका क्या मतलब है? लोग मर रहे हैं। मैं एेसे स्थानों पर आता रहूंगा।