कांग्रेस उपाध्यक्ष ने मृत छात्रा के माता-पिता से अलग-अलग और परिजनों से करीब तीस मिनट तक बातचीत की और मृत छात्रा का फोटो एलबम देखा। राहुल गांधी ने परिजनों से मिलने के बाद जयपुर के लिए रवाना होने से पहले संवाददाताओं से कहा कि इस मामले की सीबीआई से जांच कराने की परिजनों की मांग जायज है। गौरतलब है कि 29 मार्च, 2016 को सुबह 17 वर्षीय दलित छात्रा बीकानेर के नोखा में एक प्रशिक्षण संस्थान में पानी की टंकी में मृत पाई गई थी। उसके पिता का आरोप है कि छात्रा ने एक दिन पहले उन्हें फोन पर बताया था कि संस्थान के शारीरिक शिक्षा प्रशिक्षक ने उसके साथ बलात्कार किया था। बीकानेर पुलिस अब तक इस मामले में शिक्षण संस्थान की प्राचार्य, वार्डन और शारीरिक शिक्षक को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के हवाले से कहा कि दलित छात्रा की मौत पानी में डूबने से हुई थी।
राहुल ने कहा कि मुख्यमंत्री वंसुधरा राजे और प्रशासन को पीड़ित परिवार की मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मृत छात्रा के बारे में जो कुछ मुख्यमंत्री ने कहा है वह उन्हें शोभा नहीं देता। भाजपा बाबा साहेब अम्बेडकर की जयंती मनाए, वे पूरा श्रेय लें लेकिन मृत छात्रा को न्याय मिलना चाहिए। यह राजनीति का मुद्दा नहीं है। मृत छात्रा हिन्दुस्तान की बेटी थी, उसे और उसके परिजनों को न्याय मिलना चाहिए।
राहुल गांधी बाद में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट के साथ जयपुर में पार्टी की ओर से आयोजित दलित सम्मेलन को सम्बोधित करने के लिए जयपुर रवाना हो गए। इससे पहले राहुल गांधी बाड़मेर जिले के उत्तराई एयरबेस पहुंचे और सड़क मार्ग से रवाना होकर त्रिमोही गांव गए। त्रिमोही गांव बाड़मेर मुख्यालय से करीब सौ किलोमीटर की दूरी पर है। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मंगलवार को प्रदेश मुख्यालय पर दलित छात्रा की कथित हत्या के मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाए जाने तथा आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपे थे।